MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर में एक आरजेडी नेता ने बीजेपी विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरजेडी नेता ने बीजेपी विधायक पर अपहरण का संगीन आरोप लगाते हुए मारपीट करने की बात कही है। आरजेडी नेता ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में बीजेपी विधायक समेत आधा दर्ज लोगों के खिलाफ नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है। बीजेपी विधायक के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज होने के बाद जिले में सियासत गर्म हो गई है।
दरअसल, साहेबगंज के बीजेपी विधायक राजू सिंह पर आरजेडी नेता तुलसी राय नेता का अपहरण कर उनकी पिटाई करने का आरोप लगा है। पारू थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव में एक तिलक समारोह के दौरान बीजेपी विधायक राजू सिंह और राजद नेता तुलसी राय दोनों शामिल हुए थे, जहां से निकलने के बाद विवाद शुरू हो गया। आरजेडी नेता तुलसी राय ने आरोप लगाया है कि विधायक राजू सिंह ने न सिर्फ उके साथ मारपीट की है बल्कि हथियार के बल पर जबरन उठाकर अपने साथ ले गए और जान से मारने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी विधायक जान मारने की बात कह रहे थे तभी उनके समर्थक ने पुलिस को घटना की जानकारी दे दी, अगर पुलिस समय से नहीं पहुंचती तो आज वे जिंदा नहीं होते।
वहीं भाजपा विधायक राजू सिंह ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि तुलसी राय और वे खुद तिलक समारोह से आगे-पीछे निकले थे। रास्ते में तुलसी राय उनकी गाड़ी को साइड नहीं दे रहे थे और जब साइड देने के लिए कहा तो आरजेडी नेता तुलसी राय ने गाली गलौज की। पूरे मामले पर पुलिस ने कहा है कि देर रात अपहरण की सूचना मिली थी, जिसके बाद एक कोल्ड स्टोरेज के पास से तुलसी राय और बीजेपी विधायक राजू सिंह को एक साथ पाया गया था। तुलसी राय का बयान कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज कराया गया हैं। तुलसी राय के बयान पर राजू सिंह समेत आधा दर्जन को नामजद एवं करीब एक दर्जन अज्ञात समर्थकों पर केस दर्ज कराया गया है। फिलहाल मामले की छानबीन की जा रही है।
बता दें कि हाल ही में साहेबगंज के बीजेपी विधायक राजू सिंह पर पारू के सीओ और राजस्व कर्मचारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। उस मामले में भई सीओ के बयान पर पारू थाना में एससी एसटी एक्ट समेत कई धाराओं के तहत राजू सिंह के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। उस मामले में राजद नेता तुलसी राय ने जगह-जगह धरना प्रदर्शन कर साहेबगंज विधायक को खुला चैलेंज दिया था और कहा था कि यहां गुंडागर्दी नहीं चलेगी।