PATNA : कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप देश भर में देखने को मिल रहा है. कोरोना मरीजों के इलाज और संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार की ओर से तमाम उपाए किये जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार वैक्सीनेशन अभियान चला रही है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण फ्लॉप दिख रहा है.
गौरतलब हो कि बिहार और झारखंड समेत देश के सभी राज्यों में 1 मई से वैक्सीनेशन के तीसरे चरण की शुरुआत हो गई है. लेकिन बिहार में िप्सार ब्रेक लग गया है. दरअसल यहां कोरोना की वैक्सीन की भारी किल्लत है. 18 साला या इससे ऊपर के लोगों का रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है लेकिन उन्हें फिलहाल वैक्सीन नहीं दी जा रही है. क्योंकि वैक्सीन की अनुपलब्धता के चलते वैक्सीनेशन का काम रोक दिया गया है.
वैक्सीनेशन का काम ठप पड़ने को लेकर राजद ने सरकार पर ढोल पीटने का आरोप लगाया है. वहीं, जेडीयू ने पलटवार करते हुए साफ कर दिया है कि ज्यादा घबराने होने की जरुरत नहीं है. सरकार निरंतर इस दिशा में काम भी कर रही है. बिहार में बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन किया जाना है. वहीं दूसरी ओर उधर झारखंड में भी वैक्सीन की अनुपलब्धता के चलते 18 से 45 साल की उम्र के लोगों को वैक्सीन देने की योजना में अब खटास पड़ती नजर आ रही है.
वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि "बताइए कहा से चलाएं वैक्सीन ड्राइव, कंपनी 15 मई के बाद वैक्सीन देने की बात कर रही है. केंद्र सरकार तो कम से कम कुछ वैक्सीन उपलब्ध कराए ताकि हम ड्राइव चलाएं. अब तक कोई तारीख नहीं बताई गई है कि वैक्सीन कब मिलेगी."