Patna: बिहार ही नहीं बल्कि पूरा देश बीते दो सालों से कोरोना संक्रमण से ग्रसित था। कोरोना ने कई घरों को तबाह कर दिया। इस संक्रमण की चपेट में आकर हजारों लाखों लोगो की जान चली गई। मंदिर हो या बाजार केवल सन्नाटा पसरा रहता था। वहीं, अब जहां इस बिमारी से निजाद मिला है, तो लोग में एक बार फिर से त्योहार और शादी को लेकर काफी हलचल देखने को मिल रहा है। पटना में 3 मई को होने वाली अक्षय तृतीया को लेकर तैयारियां जोरो पर है। अक्षय तृतीया के लिए सर्राफा बाजार को दुल्हन की तरह सजाया गया है। बाकरगंज से लेकर बोरिंग रोड समेत शहर के कई इलाकों में सोना चांदी की दुकानों में लोगो की भाड़ देखि जा रही है।
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड सिमिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) के प्रदेश अध्यक्ष अशोक वर्मा सोनार ने बताया कि इस साल अक्षय तृतीया पर पटना में 50 से 55 करोड़ और प्रदेश में लगभग 100 करोड़ का कारोबार हो सकता है। जबकि अक्षय तृतीया के पहले ही दस करोड़ रूपए से अधिक के आभूषणों की बुकिंग की जा चुकी है।
इस साल अक्षय तृतीया काफी शुभ महूर्त में पड़ रहा है। आचार्य माधव का कहना है कि 3 मई मंगलवार को सिद्धियोग बन रहा है। सिद्धियोग में पुरे दिन सोना-चांदी की खरीदारी करना शुभ रहेगा। माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन जिस भी चीज की खरीदारी की जाती है उसका कभी नाश नहीं होता। इसलिए लोग ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए इस दिन सोना-चांदी की खरीदारी करते हैं।
गहनों की बढ़ी रेंज घटी
राजधानी में लगे ज्वेलरी प्रदर्शनी में भी सर्राफा कारोबारियों ने जमकर खरीदारी की गई। अक्षय तृतीया को लेकर 1 ग्राम 2 ग्राम के सोने-चांदी के हल्के चीन से लेकर तरह-तरह के हलके आभूषण की बड़ी और एक्सक्लूसिव रेंज घटा दी गई है। ग्राहकों को लुभाने के लिए राजधानी का प्रतीक सर्राफा दुकानदार शोरूम की तरफ से तरह-तरह के ऑफर भी दिया जा रहा है। सोने चांदी के आभूषणों के और हीरे के आभूषणों की कीमत पर छूट का ऑफर दिया जा रहा है।
कारीगरों को फुर्सत नहीं
सराफा बाजार की व्यवस्था के बीच राजधानी की इच्छा हजार से ज्यादा सराफा कारोबारी को भी अक्षय तृतीया पर जमकर काम मिला है। 2 साल की मंदी के बाद कारीगरों के चेहरे पर मुस्कान देखी जा रही है। सर्राफा कारोबारियों ने कारीगरों से बारीक और डिजाइन काम भी कराया जा रहा है। एआईजीएफ के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि इस बार सर्राफा कारीगरों को एक डेढ़ महीने पहले से ही काम मिलने लगा है।