बिहार आकर लापता हो गये 167 पाकिस्तानी, गोपालगंज आये थे सारे पाकिस्तानी, मामले की जांच शुरू

बिहार आकर लापता हो गये 167 पाकिस्तानी, गोपालगंज आये थे सारे पाकिस्तानी, मामले की जांच शुरू

PATNA : धार्मिक यात्रा के बहाने बिहार आये 167 पाकिस्तानी लापता हो गये हैं. सारे पाकिस्तानी बिहार-उत्तर प्रदेश की सीमा पर अवस्थित जिले गोपालगंज में आये थे. मामला सामने आने के बाद इसकी जांच के आदेश दिये गये हैं.


धार्मिक यात्रा के बहाने बिहार आये थे पाकिस्तानी
सरकारी सूत्रों के मुताबिक 167 पाकिस्तानी समेत कुल 173 विदेशी नागरिक धार्मिक यात्रा के बहाने गोपालगंज आये थे. ये आंकडा पिछले 25 सालों का है. 25 साल में गोपालगंज पहुंचे 167 पाकिस्तानियों का कोई अता-पता नहीं है. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक ये सारे पाकिस्तानी मिशनरी वीसा पर आये थे. मिशनरी वीसा भारत की सरकार द्वारा जारी किये जाने वाला एक ऐसा वीसा होता है जो धार्मिक यात्राओं के लिए विदेशियों को जारी किया जाता है. इस वीसा के तहत किसी विदेशी नागरिक को एक दफे भारत आने की इजाजत मिलती है.


RTI से हुआ खुलासा
मामले का खुलासा सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गयी जानकारी से हुआ है. गोपालगंज के एसपी द्वारा दी गयी जानकारी में कहा गया है कि कम से कम पाकिस्तान से 167 विदेशी गोपालगंज पहुंचने के बाद लापता हो गये. 6 और विदेशी लापता बताये जा रहे हैं जिनमें से 5 उजबेकिस्तान के हैं वहीं एक रूस का है.


SP ने कहा- मामले की जांच करेंगे
पाकिस्तानियों के गायब होने के मामले में मीडिया से बात करते हुए गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने कहा कि वे तथ्यों की पड़ताल कर रहे हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि उन्होंने गोपालगंज के जिलाधिकारी से इस बारे में चर्चा की है. पुलिस को विदेशियों के रहस्यमय तरीके से गायब होने के मामले की जांच के आदेश दे दिये गये हैं.


मामले के खुलासे से स्थानीय लोग भी सकते में
गोपालगंज के लोग इस खुलासे से सकते में हैं. वे हैरान हैं कि आखिरकार पाकिस्तानी नागरिकों के गोपालगंज आने का मकसद क्या है. गोपालगंज में ऐसा कोई धार्मिक स्थल नहीं है जिसकी यात्रा करने पाकिस्तान से लोग गोपालगंज आयें. जिला वक्फ कमेटी के सचिव ए एस सिद्दीकी भी हैरानी जता रहे हैं. उनके मुताबिक गोपालगंज में सिर्फ एक धार्मिक स्थल माधवलाल का मजार है. सिद्दीकी हैरान हैं कि आखिरकार क्यों इतने विदेशी धार्मिक यात्रा पर गोपालगंज आये और यहां आकर उन्होंने क्या किया.


ए एच सिद्दीकी के मुताबिक भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय गोपालगंज के कई मुस्लिम परिवार पाकिस्तान के कराची में बस गये थे. उनमें से कई लोग अपने पूर्वजों और पड़ोसियों से मिलने भारत आते थे. लेकिन धार्मिक यात्रा पर गोपालगंज आने की बात हैरतअंगेज है.


गोपालगंज का ये मामला देश में फिलहाल चर्चा का विषय बने CAA और NRC को लेकर ज्यादा प्रासंगिक हो गया है. केंद्र सरकार बार-बार देश में घुसपैठियों का मामला उठा रही है. गोपालगंज का ये मामला भी इससे ही जुड़ा बताया जा रहा है.