MUZAFFARPUR: बिहार में अपराधी बेलगाम हो गये हैं। अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंच गया है। यही कारण है कि अपराधी एक के बाद एक अपराधिक घटनाओं को बेखौफ अंजाम दे रहे हैं। लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह नहीं मान रहे हैं। उनका दावा है कि यहां आपराधिक घटनाएं कम है। उन्हें तो अपराध दिख ही नहीं रहा है। जबकि बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने आज मुजफ्फरपुर को बंद रखा। नीतीश के इस दावे पर पप्पू यादव ने साफ तौर से कह दिया कि अपराधियों और माफियाओं से वे मुजफ्फरपुर को मुक्त कराके दम लेंगे। बिहार में अब अपराधियों का राज नहीं चलेगा। या तो अपराधी रहेंगे या फिर हम।
मुजफ्फरपुर के अपराधियों के खिलाफ, यशी सिंह व खुशी पासवान के परिजनों को न्याय दिलाने और कानून व्यवस्था बहाल करने के मुद्दे पर गुरुवार को आहूत मुजफ्फरपुर बंद अभूतपूर्व रहा। जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक मुजफ्फरपुर इकाई के आह्वान पर मुजफ्फरपुर बंद को यहां के तमाम प्रगतिशील संगठनों ने मिलकर सफल बनाया। इस बंद का राजनीति से कोई ताल्लुक नहीं था क्योंकि यह मुजफ्फरपुर आम आवाम का उनकी जिंदगी को बचाने के लिए सिस्टम और सरकार तक संदेश पहुंचाने को लेकर था जो सफल रहा। अन्याय और अपराध के खिलाफ लड़ाई शुरू करने का ऐलान पप्पू यादव ने किया। कहा कि बिहार में अब अपराधियों का राज नहीं चलेगा।
मुजफ्फरपुर में बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने घोषणा की थी कि 17 अगस्त को मुजफ्फरपुर बंद रहेगा। इस बंद का समर्थन पप्पू यादव की पार्टी को कई छोटे-छोटे संगठन और राजनीतिक दलों ने दिया। कुल मिलाकर जन अधिकार पार्टी के साथ-साथ विभिन्न संगठनों और दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पप्पू यादव की अगुवाई में शहर में घूमकर सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों को बंद कराया।
इस मौके पर पप्पू यादव ने कहा कि अगर सरकार के स्तर से कार्रवाई नहीं होती है तो आने-वाले समय में और उग्र आंदोलन होगा। आज मुजफ्फरपुर आजादी मांग रहा है। माफियाओं और भ्रष्टाचारियों से यहां की जनता त्रस्त है। दिनदहाड़े गाजर मूली की तरह लोगों को मारा जा रहा है। अपराधियों का मन इतना बढ़ा हुआ है कि जब चाहे किसी भी बेटी-बहन को उठा लेते हैं और अस्मत लूटते है। जिसके बाद पुलिस प्रशासन इन मामलों की लीपापोती करने लग जाती है। इसके पीछे कई बड़े राजनीतिक दलों के लोग भी शामिल रहते हैं। जो ऐसे गुंडा माफियाओं को संरक्षण देते हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि बिहार के डीजीपी आरएस भट्ठी को खुली छूट मिलनी चाहिए। बिहार में उन्हें काम करने से रोका जा रहा है। डीजीपी को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। पप्पू यादव ने साफ तौर से कह दिया है कि अपराधियों और माफियाओं से वे मुजफ्फरपुर को मुक्त कराके ही दम लेंगे। बिहार में अब अपराधियों का राज नहीं चलेगा।