विधानसभा में सवालों का गलत उत्तर देना अधिकारियों को पड़ सकता है भारी, हम खुद लेंगे इस मामले पर संज्ञान: विजय कुमार सिन्हा

विधानसभा में सवालों का गलत उत्तर देना अधिकारियों को पड़ सकता है भारी, हम खुद लेंगे इस मामले पर संज्ञान: विजय कुमार सिन्हा

PATNA: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का समापन होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आज पटना में प्रेस को संबोधित किया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि सदन में पूछे गये प्रश्नों का सौ फीसदी उत्तर प्राप्त हुआ। द्वितीय सत्र में 29 विभाग का 100 प्रतिशत जवाब आया। सत्रहवीं विस के तृतीय सत्र में 18 विभागों का जवाब सत्र के पहले आया जो अपने आप में ऐतिहासिक था। वही फेसबुक और यू ट्यूब पर पहली बार सदन की कार्यवाही का प्रसारण किया गया। विधानसभा कोविड डेस्क की भी स्थापना की गयी। विस अध्यक्ष ने बताया कि बिहार विधानसभा शताब्दी वर्ष समारोह में हमलोगों ने जो अभियान का शुरुआत किया था वह कोरोना के कारण बाधित हो गया। कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव 15 अगस्त के बाद नहीं हुआ तो इसे फिर से प्रारंभ करेंगे।


विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि सदन निर्वाध रूप से चला। सदन को बेहतर तरीके से चलाना एक चुनौती था। प्रश्न के सभी उत्तर दिए गए। आज़ादी के बाद पहली बार मानसून सत्र के दौरान सौ फीसदी विधायकों के सवालों का जवाब आया। 17 वीं विधानसभा के द्वितीय सत्र में 29 विभागों का 100 फीसदी जवाब सदन में आया। 17 वीं विधानसभा के तृतीय सत्र में 18 विभागों के जवाब सत्र से पहले आ गए। सरकार की सजगता के कारण ऐसा हो सका। 


सभी प्रश्नों के उत्तर वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। यूट्यूब और फेसबुक लाइव के जरिये पहली बार विधानसभा सत्र का लाइव प्रसारण हुआ। उन्होंने कहा कि बेहतर परफॉर्मेंस करने वाले विभागों को सम्मानित किया जाएगा। बिहार विधानसभा शताब्दी वर्ष समारोह से जुड़े कार्यक्रम 15 अगस्त के बाद फिर शुरू होगा। कोरोना के तीसरे लहर को देखते हुए तैयारी की जा रही। 


उन्होंने कहा कि विधानसभा में सवालों का गलत उत्तर देना अधिकारियों को भारी पर सकता है। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों से यह अपील की है कि यदि प्रश्नों का गलत उत्तर मिलता है तो इस बात की सीधी शिकायत कर सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष खुद इस मामले पर संज्ञान लेंगे और अधिकारियों से बातचीत करेंगे। दोष साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी।  


विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि सदन निर्वाह रूप से चलता रहा। ऐसा पहली बार हुआ कि 100 प्रतिशत जवाब आया। बिहार विधानसभा का यह संदेश देश के दूसरे विधानसभा तक भी जाएगा। इस सत्र में कुल 604 तारंकित प्रश्नों में 569 प्रश्नों के उत्तर प्राप्त हुए 567 प्रश्नों के उत्तर निर्धारित तिथि के पूर्व आ गये मात्र 2 प्रश्नों के उत्तर निर्धारित तिथि के बाद आए हैं।


 विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि समय पर उत्तर भेजने से जनहित के मुद्दों पर सरकार और भी जवाबदेह बन सकती है। सदन में अधिकाधिक सार्थक विमर्श हो सका। जिससे कही ना कही विधानसभा की मर्यादा भी बढ़ी। यह सब बिहार सरकार की सजगता,संवेदनशीलता और तत्परता से संभव हो सका है। इसके लिए सरकार, सभी विभागों के मंत्रियों, कार्यपालिका में बैठे सभी कर्मियों, विस सचिवालय के कर्मियों को धन्यवाद देता हूं और उम्मीद करता हूं कि आगे भी सदन में इसी तरह की सकारात्मक वातावरण बन सके।


विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधानसभा में आने वाले प्रश्नों के उत्तर वेबसाइट पर जारी किए जा चुके हैं। सदन की कार्रवाही यू ट्यूब और फेसबुक पर लाइव प्रसारण हमने पहली बार कराया। लोकतंत्र में मीडिया को चौथा प्रमुख स्तंभ माना गया है। लोकतंत्र में चौथा स्तंभ होने के नाते आप सबों ने भी जिस निष्ठा और लगन के साथ जिस तरह से साकारात्मक रूप से कवरेज किया। इसके लिए आप सभी भी बधाई के पात्र हैं। कोरोना काल में विस सदस्य, विस सचिवालय के कर्मी, मीडियाकर्मी व उनके परिजनों के लिए विधानसभा में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी। इस दौरान कोराना टीकाकरण की व्यवस्था करायी गयी।


विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सत्रहवीं विस के तृतीय सत्र में 18 विभागों का जवाब सत्र के पहले आ गया। यह अपने आप में ऐतिहासिक था। इन विभागों में ऊर्जा,  पर्यटन, विधि, भवन निर्माण, पथ निर्माण, पर्यावरण वन्य एवं जलवायु परिवर्तन, खान एवं भूतत्व, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, परिवहन विभाग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, सहकारिता, खाद्य उपभोक्ता ,पशु मत्स्य, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन, कृषि विभाग, योजना एवं विकास विभाग,आपदा प्रबंधन विभाग शामिल हैं जिनकी तरफ से 100 प्रतिशत जवाब आए।