नहाय खाय के दिन VIP में बड़ी टूट, उपाध्यक्ष रंजीत सहनी समेत कई नेता बीजेपी में शामिल, भाजपा अध्यक्ष बोले..विधायक से बड़ा पद हम इनको देंगे महापर्व पर बादशाह इंडस्ट्रीज ने छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का किया वितरण, मंत्री अशोक चौधरी भी रहे मौजूद बेतिया के योगापट्टी में लगी भीषण आग, सात घर जलकर राख Bihar Crime News: बिहार में पूर्व बीजेपी विधायक की कार से बियर बरामद, वाहन जांच के दौरान हुई कार्रवाई Bihar Crime News: बिहार में पूर्व बीजेपी विधायक की कार से बियर बरामद, वाहन जांच के दौरान हुई कार्रवाई Satish Shah Death: फेमस बॉलीवुड एक्टर सतीश शाह का निधन, फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर Satish Shah Death: फेमस बॉलीवुड एक्टर सतीश शाह का निधन, फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर Bihar News: बिहार में छठ घाट निर्माण के दौरान बड़ा हादसा, बागमती नदी में 5 लोग डूबे; तीन की मौत Bihar News: पढ़ाई-दवाई-सिंचाई-सप्लाई, अमित शाह ने चार सूत्रों पर दिया जोर, कहा- लालू-सोनिया परिवार की 2 पहचान भ्रष्टाचार और.... Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में दिखा प्रचार का अनोखा अंदाज, प्रत्याशी ने गले से पैर तक खुद को जंजीर से जकड़ा
1st Bihar Published by: KK Singh Updated Tue, 26 May 2020 02:36:20 PM IST
- फ़ोटो
ARRAH : बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में भोजपुर के लाल शुभम कुमार ने तीसरा स्थान पाकर जिले का नाम रौशन किया है।शुभम कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में 478 अंक के लक्ष्य को छुआ है। मां बेटे की सफलता से गदगद हैं। उनका कहना है कि बेटा इतना पढ़ता था कि देखकर लगता था कि कही वो पागल न हो जाए।
मध्यवर्गीय परिवार के रहने वाले शुभम शहर के हरखेन कुमार ज्ञान स्थली स्कूल का छात्र है। शुभम इस सफलता को हासिल करने के बाद सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना चाहता है। वहीं इस बड़ी कामयाबी के लिए शुभम अपने मम्मी-पापा जी और अपने शिक्षक का हाथ मानता है। जबकि परिवार वालों का कहना है कि वह रोजाना 10 से 12 घंटे पढ़ाई करता था जिसकी वजह से उसे ये बड़ी सफलता मिली है। घर वाले एक दूसरे को मिठाई खिला कर खुशियां बांट रहे हैं। वहीं मुहल्ले वालों का भी बधाई देने के लिए तांता लगा हुआ है।
शुभम मूल रूप से शहर के आरण्य देवी मुहल्ले का रहना वाला है।उनके पिता एक छोटे मोटे व्यवसायी है।शुभम की मां ने बताया कि इसकी पढ़ाई देखकर उन्हें अक्सर काफ़ी चिंता होती थी कि इतनी देर पढ़ाई के बाद कहीं शुभम की मानसिक स्थिति ना बिगड़ जाए, लेकिन उसकी दिन रात की मेहनत ने आज सबको गर्वान्वित कर दिया है।