KATIHAR: मनिहारी में बाढ़ और कटाव से तबाही, सांसद तारिक अनवर पहुंचे धुरयाही पंचायत, मदद का दिया आश्वासन अयोध्या दर्शन को रवाना हुआ 13वां जत्था, अजय सिंह की पहल से अब तक 2500 श्रद्धालु पहुंचे पावन नगरी पूर्णिया में भाजपा जिलामंत्री नूतन गुप्ता का युवा संवाद, युवाओं से मोदी की जनसभा में शामिल होने की अपील Bihar Politics: ‘RJD को मुसलमानों की चिंता नहीं, सिर्फ BJP का डर दिखाकर उनका वोट लिया’ प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Politics: ‘RJD को मुसलमानों की चिंता नहीं, सिर्फ BJP का डर दिखाकर उनका वोट लिया’ प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Crime News: बिहार में रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों का तांडव, वार्ड सदस्य के घर बोला हमला; ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप Bihar Crime News: बिहार में नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता, 9 साल से फरार दो हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार जमुई में चौथी बार मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, दो गिरफ्तार, हथियार-कारतूस बरामद Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में रेड लाइट एरिया में पुलिस टीम पर हमला, महिला दारोगा के साथ मारपीट; चार जवान घायल Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में रेड लाइट एरिया में पुलिस टीम पर हमला, महिला दारोगा के साथ मारपीट; चार जवान घायल
1st Bihar Published by: KK Singh Updated Tue, 26 May 2020 02:36:20 PM IST
- फ़ोटो
ARRAH : बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में भोजपुर के लाल शुभम कुमार ने तीसरा स्थान पाकर जिले का नाम रौशन किया है।शुभम कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में 478 अंक के लक्ष्य को छुआ है। मां बेटे की सफलता से गदगद हैं। उनका कहना है कि बेटा इतना पढ़ता था कि देखकर लगता था कि कही वो पागल न हो जाए।
मध्यवर्गीय परिवार के रहने वाले शुभम शहर के हरखेन कुमार ज्ञान स्थली स्कूल का छात्र है। शुभम इस सफलता को हासिल करने के बाद सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना चाहता है। वहीं इस बड़ी कामयाबी के लिए शुभम अपने मम्मी-पापा जी और अपने शिक्षक का हाथ मानता है। जबकि परिवार वालों का कहना है कि वह रोजाना 10 से 12 घंटे पढ़ाई करता था जिसकी वजह से उसे ये बड़ी सफलता मिली है। घर वाले एक दूसरे को मिठाई खिला कर खुशियां बांट रहे हैं। वहीं मुहल्ले वालों का भी बधाई देने के लिए तांता लगा हुआ है।
शुभम मूल रूप से शहर के आरण्य देवी मुहल्ले का रहना वाला है।उनके पिता एक छोटे मोटे व्यवसायी है।शुभम की मां ने बताया कि इसकी पढ़ाई देखकर उन्हें अक्सर काफ़ी चिंता होती थी कि इतनी देर पढ़ाई के बाद कहीं शुभम की मानसिक स्थिति ना बिगड़ जाए, लेकिन उसकी दिन रात की मेहनत ने आज सबको गर्वान्वित कर दिया है।