ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

भोजपुर के लाल ने मैट्रिक परीक्षा में किया कमाल, मां बोली इतना पढ़ता था कि डर लगता था कही पागल न हो जाए

1st Bihar Published by: KK Singh Updated Tue, 26 May 2020 02:36:00 PM IST

भोजपुर के लाल ने मैट्रिक परीक्षा में किया कमाल, मां बोली इतना पढ़ता था कि डर लगता था कही पागल न हो जाए

ARRAH : बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में भोजपुर के लाल शुभम कुमार ने तीसरा स्थान पाकर जिले का नाम रौशन किया है।शुभम कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में 478 अंक के लक्ष्य को छुआ है। मां बेटे की सफलता से गदगद हैं। उनका कहना है कि बेटा इतना पढ़ता था कि देखकर लगता था कि कही वो पागल न हो जाए। 


मध्यवर्गीय परिवार के रहने वाले शुभम शहर के हरखेन कुमार ज्ञान स्थली स्कूल का छात्र है। शुभम इस सफलता को हासिल करने के बाद सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना चाहता है। वहीं इस बड़ी कामयाबी के  लिए  शुभम अपने मम्मी-पापा जी और अपने शिक्षक का हाथ मानता है। जबकि परिवार वालों का कहना है कि वह रोजाना  10 से 12 घंटे पढ़ाई करता था जिसकी वजह से उसे ये बड़ी सफलता मिली है। घर वाले एक दूसरे को मिठाई खिला कर खुशियां बांट रहे हैं। वहीं मुहल्ले वालों का भी बधाई देने के लिए तांता लगा हुआ है।


शुभम मूल रूप से शहर के आरण्य देवी मुहल्ले का रहना वाला है।उनके पिता एक छोटे मोटे व्यवसायी है।शुभम की मां ने बताया कि इसकी पढ़ाई देखकर उन्हें अक्सर काफ़ी चिंता होती थी कि इतनी देर पढ़ाई के बाद कहीं शुभम की मानसिक स्थिति ना बिगड़ जाए, लेकिन उसकी दिन रात की मेहनत ने आज सबको गर्वान्वित कर दिया है।