RANCHI: झारखंड के लोग इन दिनों बढ़ती गर्मी के साथ साथ बिजली कट की दोहरी मार झेल रहे हैं। एक तरफ झारखंड में पहली बार पारा 41 के पार पहुंच गया है और हीटवेव ने लोगों की जीना मुहाल कर दिया है तो दूसरी तरफ राज्य में बिजली संकट गहराने से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। जरुरत से कम बिजली मिलने के कारण राज्य में गंभीर बिजली संकट उत्पन्न हो गया है। बिजली संकट को लेकर विरोधी सरकार पर हमलावर हो गए हैं।
दरअसल, झारखंड के विभिन्न जिलों में गर्मी अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ रही है। भीषण गर्मी और हीटवेव की मार झेल रहे झारखंड के लोगों की बिजली कट ने परेशानी को और भी बढ़ा दिया है। सोमवार को रांची, पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा बोकारो, दुमका, हजारीबाग, खूंटी और रामगढ़ में हीट वेव चली, जिसके कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। इस साल पहली बार रांची का पारा 41 डिग्री को छू गया।
भीषण गर्मी के बीच झारखंड में गहराए बिजली संकट ने रही सही कसर पूरी कर दी है। केंद्र के नये प्राप्ति पोर्टल के कारण झारखंड में बिजली संकट गहरा गई है। बिजली की मांग 2900 मेगावाट तक पहुंच गई है लेकिन 2200 मेगावाट ही बिजली सप्लाई हो पा रही है। ऐसे में भीषण गर्मी की मार झेल रही जनता बिजली संकट की दोहरी मार झेलने को विवश हो गई है। उधर, कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के एक यूनिट में आई तकनीकी खराबी के कारण डीवीसी के कमांड एरिया कोडरमा ,हजारीबाग ,रामगढ़ ,गिरिडीह ,बोकारो में 10 से 12 घंटे की लोड सेडिंग की जा रही है।
राज्य में गहराए बिजली संकट को लेकर विरोध सरकार पर हमलावर हो गए हैं। सरयू राय ने ट्विट कर हेमंत सरकार पर हमला बोला है। सरयू राय लिखते हैं कि, “राज्य में बिजली की बदहाली का कारण ऊर्जा वि्भाग है। विभाग ने उत्पादक कम्पनियों का बकाया समय पर नहीं दिया तो उन्होंने कल शाम से झारखंड की बिजली रोक दिया। बजट राशि खजाना से निकालने की विभागीय प्रक्रिया पूरा नहीं होने के कारण बकाया भुगतान नहीं हुआ। आज भुगतान हो जाए तभी स्थिति सुधरेगी़।