PATNA: पिछले तीन-चार दिनों से नीतीश कुमार और उनके मंत्रियों पर लगातार बयानबाजी कर चर्चे में रहने वाले राजद के विधान पार्षद सुनील सिंह पर आज मुख्यमंत्री जमकर भड़क गये. महागठबंधन के विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार सुनील सिंह पर बरस पड़े. लेकिन सुनील सिंह भी नरम नहीं हुए. उन्होंने भी नीतीश कुमार को जवाब देना शुरू कर दिया. हालत ये हुई कि तेजस्वी यादव को खुद सुनील सिंह के पास जाकर उन्हें बिठाना पड़ा.
नीतीश का पारा गर्म
दरअसल केके पाठक और मंत्री चंद्रशेखर के बीच छिड़े जंग में राजद औऱ जेडीयू के बीच जमकर बयानबाजी हुई. इसमें सुनील सिंह ने नीतीश कुमार के साथ साथ उनके मंत्रियों पर खूब कटाक्ष किया है. इसके बाद जेडीयू में भारी बौखलाहट थी. आज विधानमंडल का सत्र शुरू होने के मौके पर महागठबंधन विधायक दल की बैठक बुलायी गयी थी. इसी बैठक में नीतीश कुमार राजद के विधान पार्षद सुनील सिंह पर भड़क गये.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में अपने संबोधन के दौरान नीतीश कुमार सुनील सिंह पर बरस पड़े. भारी गुस्से में नीतीश कुमार ने सुनील सिंह की क्लास लगा दी. नीतीश ने कहा कि सुनील सिंह अंड बंड बोल रहे हैं. वे खुद अमित शाह के साथ फोटो खिंचवाते हैं और दूसरों को ज्ञान दे रहे हैं. आप अमित शाह से मिलकर बीजेपी से चुनाव लड़ना चाहते हैं. नीतीश ने कहा-मैंने आपको फोन भी लगवाया था, लेकिन आपने फोन नहीं उठाया. ये सब बर्दाश्त नहीं होगा.
तेजस्वी को खुद जाकर शांत कराना पड़ा
नीतीश जब ज्यादा बरसने लगे तो सुनील सिंह भी जवाब देने के लिए खड़े हो गये. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का कोई फोन मेरे पास नहीं आया. जवाब में नीतीश ने कहा कि दिखायें कि मैंने फोन करवाया था. नीतीश कुमार और सुनील सिंह के बीच बहस तीखी और गर्म होने लगी. सुनील सिंह ने कहा कि वे कभी अमित शाह से मिलने नहीं गये थे. मामला बिगड़ते देख तेजस्वी यादव उठे औऱ सुनील सिंह के पास पहुंच गये. उन्होंने सुनील सिंह को चुप करा कर बिठाया. इसके बाद तेजस्वी ने कहा कि वे खुद इस मामले को देखेंगे. महागठबंधन के नेताओं के बीच कोई विवाद नहीं होना चाहिये.
बैठक के बाद कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने भी इस वाकये की पुष्टि की. अजीत शर्मा ने कहा कि बैठक में नीतीश कुमार ने सुनील सिंह को कहा कि वे अमित शाह के साथ संपर्क में हैं और बीजेपी से चुनाव लड़ना चाहते हैं. अजीत शर्मा ने मीडिया को बताया कि सुनील सिंह ने भी मुख्यमंत्री को जवाब दिया.
बता दें राजद के विधान पार्षद सुनील सिंह सहकारी संस्था बिस्कोमान के अध्यक्ष हैं. पिछले 14 जून को दिल्ली में केंद्र सरकार ने देश भऱ के सहकारिता संस्थानों के प्रमुखों की बैठक बुलायी थी. इसमें केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे. सुनील सिंह ने अमित शाह को चादर ओढा कर सम्मानित करते हुए अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी. नीतीश कुमार उसी फोटो का जिक्र कर रहे थे.
नीतीश की नाराजगी का कारण सुनील सिंह की हालिया बयानबाजी भी है. बता दें कि एमएलसी सुनील सिंह को लालू यादव के परिवार का सदस्य माना जाता है. राबड़ी देवी उन्हें राखी बांधती हैं. लालू यादव अपना जन्मदिन सुनील सिंह के घर में मनाते हैं. लालू परिवार के सदस्य सुनील सिंह पिछले तीन दिनों से हर रोज नीतीश कुमार को जलील कर रहे हैं. विधान पार्षद सुनील सिंह ने कल फेसबुक पर लोगों से सवाल पूछा था.
“अगर UPSC में सवाल पूछा जाय कि देश का Most Unreliable Politician (सबसे ज्यादा अविश्वसनीय नेता) कौन हैं तो इसका जवाब क्या होगा.” सुनील सिंह के इस सवाल के जवाब में सैकड़ों उत्तर आये और उसमें से 99 फीसदी लोगों ने लिखा-नीतीश कुमार. 6-7 घंटे तक अपने पोस्ट पर सवाल जवाब करने के बाद सुनील सिंह ने उसे डिलीट कर दिया. जहां इस सवाल का मैसेज पहुंचाना था, वहां पहुंचा दिया गया. उसके बाद पोस्ट को डिलीट कर दिया गया.
पहले भी बेइज्जती की
राजद के विधान पार्षद सुनील सिंह ने दो दिन पहले भी फेसबुक के जरिये ही नीतीश कुमार को जलील किया था. शनिवार को उन्होंने फेसबुक पर लिखा था “ देखिये मित्रों, मैं तो बिस्कोमान के अध्यक्ष के रूप में झूठी ही सही लेकिन ईमानदारी की ख्याति तो प्राप्त कर लिया हूं. परन्तु मेरे नाक के ठीक नीचे और अगल-बगल में अंगुलिमाल डाकू और डाकू खड़ग सिंह जैसे कुख्यात पदाधिकारी बैठे हैं. फिर भी चाहे जो कुछ भी हो मैं तो इमानदार हूं न? वही हालत तो कहीं इस प्रदेश के.......?”
शनिवार के अपने फेसबुक पोस्ट को भी सुनील सिंह ने 6-7 घंटे तक अपने पेज पर रहने दिया. जहां बात पहुंचानी थी, वहां पहुंच गयी तो पोस्ट को डिलीट कर लिया गया. अगले दिन फिर से नया पोस्ट आया. फेसबुक पोस्ट से पहले शुक्रवार को मीडिया में सुनील सिंह ने नीतीश कुमार पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार कुछ अधिकारियों को अपने हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. सुनील सिंह ने कहा- एक बार मुझे भी ठीक करने के लिए नीतीश कुमार ने सीके अनिल नाम के आईएएस को हथियार की तरह यूज किया था. लेकिन जब सीके अनिल को समझ में आ गया कि मुख्यमंत्री उनका यूज कर रहे हैं तो वे मेरे मित्र बन गये.
नीतीश के खास मंत्री को भी किया जलील
सुनील सिंह ने नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी को जी भर के कोसा था. अशोक चौधरी को लालू प्रसाद यादव का पैर पकड़ने वाला, दलबदलु से लेकर विश्वासघाती तक बताया. वह भी मीडिया के सामने.