DESK: भारत के कुछ ह्स्सों में एक रहस्यमयी बुखार फैलने लगा है. बुखार से पीडित होने वाले लोगों की जांच करने पर कोई रिजल्ट नहीं आ रहा. मरीज के डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसे तमाम टेस्ट निगेटिव आ रहे हैं. लेकिन मरीज को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मुंबई और आस-पास फैला ये बुखार
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और आसपास के इलाकों के लोग इस रहस्यमयी बुखार की चपेट में आ रहे हैं. मुंबई के सैकड़ों लोग इस बुखार से पीड़ित हो चुके हैं. जो भी इस बीमारी की चपेट में आ रहा है, उसे कम से कम चार पांच दिनों तक बुखार हो रहा है. इस दौरान शरीर का तापमान 99 से 102 डिग्री सेल्सियस तक रहता है. सबसे खास बात ये है कि इस बुखार का एक खास लक्षण बै. बुखार आने के चौथे या पांचवे दिन शरीर पर चकत्ते पड़ जा रहा है. इस बुखार की चपेट में आने वालों को जोड़ों में भारी दर्द, नींद नहीं आना, भारी सिरदर्द के साथ साथ आंखों में झुनझुनी और भारीपन महसूस हो रहा है.
बुखार के सारे टेस्ट निगेटिव
डॉक्टर बता रहे हैं कि ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि पांच दिनों तक बुखार सेप पीड़ित रहने वाले को तेज बुखार होने के बाद भी जब टेस्ट कराया जाता है तो डेंगू, चिकनगुनिया, टायफायड और मलेरिया जैसे तमाम टेस्ट निगेटिव आ रहे हैं. मुंबई के बीवाईएल नायर अस्पताल के डॉक्टर ने एक अंग्रेजी अखबार को अगर किसी मरीज को बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते पड़ते हैं तो माना जाता है कि वह डेंगू से पीड़ित है. लेकिन इस बुखार के मरीजों के डेंगू ही नहीं बल्कि बुखार से संबंधित दूसरी बीमारियों के टेस्ट निगेटिव आ रहे हैं.
मुंबई और आसपास के इलाकों में करीब दो महीने पहले इस बुखार का प्रकोप शुरू हुआ था. मरीज के शरीर का तापमान बढने के अलावा सिरदर्द, शरीर में दर्द, नींद नहीं आने, आंखों में समस्या के साथ साथ कुछ औऱ चीजें भी सामने आ रही हैं. जांच में मरीज के डब्लूबीसी में गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं, आरबीसी बढ़ जा रहा है. डेंगू में प्लेटलेट्स की संख्या कमती है लेकिन इस बुखार में प्लेटलेट्स लेवल नॉर्मल रहता है.
एक अंग्रेजी अखबार को बीएमसी अस्पताल में डॉक्टर नीलम आंद्रेदे ने भी इस बुखार के बारे में जानकारी दी. डॉक्टर ने कहा कि इस बुखार से पीड़ित मरीज के शरी में गुलाबी रंग के चकत्ते पड़ रहे हैं. ये चकते दो दिन के अंदर खुद ब खुद खत्म भी हो जा रहे हैं. लेकिन जब तक चकता रहता है तब तक इनमें खुजली होती है और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. डॉक्टर नीलम मे बताया कि इस बुखार से पीड़ित मरीजों के जोड़ों में भारी दर्द हो रहा है. हालांकि राहत की बात ये है कि बुखार की चपेट में आए लोगों की जान पर खतरा नहीं हो रहा है. अब तक ऐसा कोई लक्षण महसूस नहीं किया गया है, जिससे मरीज की जान जाने का खतरा हो.