'भारत जोड़ो' के बाद कांग्रेस का 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान, 26 जनवरी से होगी शुरुआत

'भारत जोड़ो' के बाद कांग्रेस का 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान, 26 जनवरी से होगी शुरुआत

PATNA : पूरे देश के साथ बिहार में भी कांग्रेस एक बार फिर से अपने वोट बैंक को साधना में लगे हुई है। कांग्रेस पार्टी आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में खुद को एक मजबूत पार्टी के रूप में पेश करने की कवायद मैं जुटी हुई है। इसी कड़ी में अब बिहार में गणतंत्र दिवस के दिन कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत करने जा रही है।


दरअसल, बिहार में इन दिनों कांग्रेस की टीम भारत जोड़ो यात्रा पर निकली हुई है। कांग्रेस की इस यात्रा का समापन गया में होना है जिसमें राहुल गांधी के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं इस यात्रा के संपन्न होने के बाद कांग्रेस की नेत्री प्रियंका गांधी सोनिया गांधी के बिहार आगमन की भी संभावना जताई जा रही है। इसी बीच अब कांग्रेस पार्टी बिहार में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के तरफ से प्रखंड तक के नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी का यह अभियान 26 जनवरी से प्रारंभ होगा।


बताया जा रहा है कि कांग्रेस की इस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में पार्टी के वरिष्ठ नेता बीच-बीच में गांव जाएंगे और इस अभियान का हिस्सा बनेंगे। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में चलने वाला हाथ से हाथ जोड़ो अभियान प्रखंड स्तर के नेता और कार्यकर्ताओं की देखरेख में चलेगा। इसको लेकर जिला अध्यक्ष और प्रखंड अध्यक्ष अपने क्षेत्र में योजना निर्धारित करेंगे।


मिली जानकारी के अनुसार हाथ से हाथ जोड़ो अभियान राजनीति का स्तर पर चलेगा। जिसमें सबसे निचला स्तर गांव का होगा। उसके बाद ब्लॉक और फिर जिला। पार्टी का सर्वाधिक फोकस गांव और ब्लॉक स्तर पर होगा इस अभियान के तहत गांव-गांव में कांग्रेस का झंडा फहरा कर पद यात्रा आयोजित होगी प्रत्येक गांव में कांग्रेसी एक बैठक करेंगे स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं पर बात करेंगे। 


इसके साथ ही साथ पार्टी के तरफ से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का एक पत्र भी वितरित किया जाएगा। इस दौरान पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हर घर जाकर प्रचार करेंगे और लोगों को मोदी सरकार के खिलाफ चार्जशीट देंगे। के पति घर के दरवाजे पर भारत जोड़ो यात्रा का स्टीकर चिपकाया जाएगा साथ ही भारत जोड़ो यात्रा के वीडियो प्रदर्शित किए जाएंगे।


राजनीतिक जानकारों की माने तो कांग्रेस का यह अभियान पार्टी के गिरते हुए वोट बैंक को एक बार फिर से साधने के लिए किया जा रहा है। साथ ही साथ पार्टी के तरफ से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की मांग भी अभी से गांव के लोगों से की शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा कांग्रेस की टीम यह गांव गांव पहुंच करिया जान पाएंगे कि आखिर हुआ क्या वजह है जिसके कारण उनकी पार्टी को बिहार में पुराना वोट बैंक खोना पड़ गया और इसे वापस लाने को लेकर क्या कुछ किया जा सकता है।


गौरतलब हो कि, बिहार में कांग्रेस की स्थिति पहले से भी खराब होती हुई नजर आ रही थी। हालांकि जब से पार्टी ने बिहार के लिए नए अध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश सिंह को बनाया है तब से एक बार फिर से कांग्रेस में नई जान आने की बात कही जा रही है। इसका प्रमाण यह है कि अखिलेश सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही उन्होंने नीतीश सरकार से कैबिनेट में अपने मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की मांग कर दी। हालांकि उनकी मांग पर अभी तक कोई फैसला नीतीश कुमार द्वारा नहीं किया गया और वह भी फिलहाल अपना पूरा ध्यान भारत जोड़ो यात्रा पर दिए हुए हैं।