भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन, पूर्व मंत्री ने कहा- भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी संभले, नहीं तो होगी आर-पार की लड़ाई

भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन, पूर्व मंत्री ने कहा- भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी संभले, नहीं तो होगी आर-पार की लड़ाई

MUZAFFARPUR: भ्रष्टाचार एवं गरीबों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ मुजफ्फरपुर के मड़बन प्रखंड मुख्यालय में पूर्व मंत्री अजीत कुमार के नेतृत्व में आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा अधिकारी और कर्मचारी संभले,नहीं तो आर-पार की लड़ाई होगी। आगामी 2 फरवरी को कांटी प्रखंड मुख्यालय पर पूर्व मंत्री के नेतृत्व में विशाल जन प्रदर्शन होगा।


मुजफ्फरपुर में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं गरीबों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ मंगलवार को पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने मरबन प्रखंड मुख्यालय पर विशाल आक्रोश पूर्ण जन प्रदर्शन किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने प्रशासनिक भ्रष्टाचार व गरीबों के साथ हो रहे जुल्म के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने का भी ऐलान किया। इससे पूर्व मड़बन पेट्रोल पंप के मैदान में प्रखंड के विभिन्न गांवों से हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए जिसके बाद पूर्व मंत्री अजीत कुमार के नेतृत्व में विशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोग मड़बन प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न मार्गों से गुजर कर सरकार व प्रशासन विरोधी नारा लगाते हुए प्रखंड मुख्यालय पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। 


प्रदर्शन के बाद प्रखंड मुख्यालय पर टीम अजीत कुमार के अध्यक्ष इंद्रमोहन झा की अध्यक्षता में प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि आज संपूर्ण जिला प्रशासनिक महकमा भ्रष्टाचार से त्रस्त है। बिना घुस दिये कोई काम नहीं होता है। खासकर जिले का प्रखंड-अंचल पूरी तरह बिचौलिए एवं दलालों के गिरफ्त में है। उन्होंने कहा कि सभी जगह भ्रष्टाचारियों का संरक्षक अधिकारी बने हुए हैं। जिस कारण गरीब लूटे जा रहे हैं। अजीत कुमार ने कहा कि आज ताड़ी-शराब के नाम पर चारों ओर समाज के गरीब तबके के लोग प्रताड़ित हो रहे हैं, लेकिन गरीबों की आह भरने वाले सभी बड़े जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी साध रखी है।


 अजीत कुमार ने सड़क किनारे एवं पोखर के भिंडा पर बसे गरीबों को इस कड़ाके की ठंड में प्रशासन द्वारा बेघर किए जाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि गरीबों की बात करने वाली यह सरकार गरीबों की दुश्मन है। उन्होंने कहा यदि सरकार गरीबों की भला चाहती है तो पहले उनके पुनर्वास का व्यवस्था करें तब उन्हें विस्थापित करें। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस इलाके के सांसद व विधायक गरीबों की सम्मान की रक्षा करने में पूरी तरह विफल साबित हुए हैं। तभी तो यहां गरीब प्रताड़ित हो रहे हैं और लूटे जा रहे हैं। इस अवसर पर टीम अजीत कुमार ने सत्ता व  शासन के समक्ष खुला मांग पत्र पेश किया। 


जिसमें प्रशासनिक भ्रष्टाचार समाप्त करने, गरीबों के समस्याओं का प्राथमिकता के साथ निदान करने, ताड़ी को उत्पाद नीति से बाहर रखने, इस व्यवसाय से जुड़े लोगों का जमीनी सर्वे कराकर उनके लिए ठोस रोजगार का व्यवस्था करने, ताड़ी- शराब के नाम पर गरीबों के घर में पुलिस घुसा कर उन्हें प्रताड़ित करने और इज्जत के साथ खिलवाड़ करने जैसे मामले पर रोक लगाने की मांग की। जिले के सभी पंचायतों में पांच-पांच सरकारी खाद-बीज का दुकान खोलकर ससमय किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराने, परिवारिक राशन कार्ड , सामाजिक सुरक्षा पेंशन और प्रधानमंत्री आवास योजना की सुविधा सभी जरूरतमंदों को उपलब्ध कराने, गरीबों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर उन्हें लूटने वाले दलाल बिचौलियों को प्रशासनिक संरक्षण देना बंद करने,जमीन का दाखिल खारिज में किए जा रहे वसूली को बंद करने एवं जमीन का रिकार्ड नहीं होने के नाम पर लोगों का आर्थिक शोषण बंद करते हुए जमीन का रिकार्ड दुरुस्त कराने के साथ ही त्रिस्तरीय पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों का सम्मान करते हुए सरकार के द्वारा पंचायत को मिलने वाली राशि में हस्तक्षेप बंद करने की मांग प्रमुख थी।  


इस मौके पर जनसभा को संबोधित करने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद शमीम ,अंकेश ओझा, निरंजन साहनी, नागेंद्र गिरी, मुनीलाल साहनी , साकेत रमन पांडे, हाफिज ओजैर राजदीप साह, दिनेश सिंह, उपेंद्र शाह , जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह , पूर्व सरपंच मनोज सिंह , मुखिया प्रतिनिधि सुनील कुमार शर्मा, जय किशन कुमार चौहान , अजय चौधरी ,अजय ठाकुर, पूर्व मुखिया मोतिउर रहमान , किसान श्री रामा शंकर सिंह , अवधेश सिंह, मूर्ति देवी, नवल सिंह, शिव शंकर पासवान, अशोक पासवान ,मुरारी झा, पूर्व मुखिया नंदकिशोर सिंह, नागेंद्र पंडित, पैक्स अध्यक्ष रणजीत चौधरी ,राजेश कुमार सिंह, अशोक ठाकुर ,नीरज पासवान, संजय शाह ,फुदेनी यादव, राजकुमार पासवान, सुधीर सिंह, मुन्ना ठाकुर, विनोद शर्मा ,धर्मेंद्र राय ,कन्हाई पासवान ,दिनेश पासवान राम नारायण सिंह, मोहम्मद फिरोज, शंकर पंडित, अजय राय राज किशोर पासवान मौजूद थे।