भाजपा के मार्च के दौरान लाल मिर्च का बोरा फेंका गया, बोले तेजस्वी..उन्ही लोगों से पूछिये की लाल मिर्च कहां से आया?

भाजपा के मार्च के दौरान लाल मिर्च का बोरा फेंका गया, बोले तेजस्वी..उन्ही लोगों से पूछिये की लाल मिर्च कहां से आया?

PATNA: बिहार में शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति को खत्म करने, शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्ज देने और तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा के तरफ से गुरुवार को विधानसभा मार्च निकाला गया। इस दौरान आगे बढ़ने से बीजेपी कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की गयी। जब बीजेपी कार्यकर्ता नहीं माने तब पुलिस वालों ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान पुलिस कर्मियों पर लाल मिर्च के पाउडर फेंके जाने की भी बात सामने आई। इसे लेकर तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा मार्च के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा लाल मिर्ची का बोरा फेंका गया था। तेजस्वी ने कहा कि उन्ही लोगों से पूछिए की लाल मिर्च कहां से आया? 


बता दें कि बीजेपी नेताओँ का दावा है कि लाठीचार्ज की घटना में जहानाबाद के महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गयी है। भाजपा के नेताओं का यह भी आरोप है कि भाजपा नेता की हत्या सरकार ने करवाया है। बीजेपी के इन आरोपों को खारिज करते हुए बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा भाजपा नेगेटिव पॉलिटिक्स और अफवाह फैलाने का काम कर रही है। लेकिन देश की जनता सब देख रही है। बीजेपी नेता की मौत के लिए ये लोग सरकार को कसूरवार ठहरा रहे हैं। जबकि पटना पुलिस ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है। अब सारी चीजें सामने आ गयी है। मृतक विजय सिंह के साथ में जो थे उन्होंने सारी बातें स्पष्ट कर दी है कि जिस वक्त लाठीचार्ज हुआ उस समय वे विजय सिंह के साथ छज्जूबाग में थे। 


तेजस्वी यादव ने बीजेपी नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग नेगेटिव पोलिटिक्स करने में माहिर हैं। बीजेपी वाले जब बिहार सरकार पर इस तरह का आरोप लगा सकते हैं तब किसान आंदोलन के दौरान हुए किसानों की मौत और मणिपुर हिंसा की घटना का आरोप देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर लगना चाहिए कि नहीं? तेजस्वी ने कहा कि इस तरह की राजनीति देश के सेहत के लिए ठीक नहीं है। कितने लोग किसान आंदोलन में मारे गये थे उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?  


विपक्ष ने तो इस तरह का आरोप कभी नहीं लगाया था जो आरोप आज बीजेपी लगा रही है। आरोप लगाना बहुत आसान है लेकिन आरोप को साबित करना बेहद मुश्किरल है। इसलिए बीजेपी वालों को सोच समझकर आरोप लगाना चाहिए। वही मानसून सत्र को लेकर उन्होंने कहा कि चार दिन मानसून सत्र चलने का क्या फायदा हुआ? विपक्ष यदि डिबेट करते यदि कोई खामियां होती तो बताते उसका जबाव दिया जाता।