PATNA: घर में जबरन घुसकर बुजुर्ग दंपती की पिटाई करने और मकान बहू के नाम से लिखने का दबाव बनाने के आरोप में भागलपुर के ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार सहित 4 लोगों के खिलाफ पटना के कदमकुआं थाने में केस दर्ज किया गया है। कोर्ट के आदेश पर कदमकुआं थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
कदमकुंआ थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जो एफआईआर दर्ज किया गया है उसमें डीएसपी सहित कुछ पुलिस कर्मियों पर बुजुर्ग के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। मामले की जांच शुरू कर दी गयी है यदि आरोप सही पाया गया तो आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला जानिए?
दरअसल मामला 9 सितंबर 2024 की शाम की है जब 69 साल के बुजुर्ग विजय कुमार अपने बीमार बेटे के साथ घर में बैठे हुए थे। तभी उनकी बड़ी बहू साधना सिंह कुछ लोगों के साथ घर में घुस गयी। भागलपुर ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार उनकी बहू साधना सिंह के रिलेटिव हैं। वो भी बहू के साथ जबरन घर में घुस गये। साथ में कुंदन सिंह, रौनक सिंह और अनीता सिंह भी उनके साथ घर में घुस गये।
बुजुर्ग विजय कुमार ने बताया कि घर में घुसने के बाद ये लोग मुझे और मेरी पत्नी के साथ मारपीट करने लगे और जबरन सिर पर पिस्टल तानकर एक हजार रुपये का ब्लैंक स्टाप पेपर पर हस्तांक्षर कराया गया। स्टाम्प पेपर पर साइन लेने के बाद भी बुजुर्ग पति-पत्नी को पीटा गया। जब इन्होंने शोर मचाया तो सभी मौके से फरार हो गये।
इस घटना की जानकारी उन्होंने कदमकुंआ थाने की पुलिस को दी लेकिन मामला पुलिस के अधिकारी से जुड़ा होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अगले दिन उन लोगों के साथ 3 पुलिसकर्मी भी घर पर आ गये जिसमें एक पुलिस कर्मी के बैच पर अमित कुमार लिखा हुआ था। सभी यह धमकी देने लगे कि साधना के नाम से घर नहीं लिखा तो बर्बाद कर देंगे। जिसके बाद कोर्ट के रिटायर्ड कर्मचारी विजय कुमार को जबरन थाने पर ले जाया गया जहां बड़ी बहू साधना के नाम से घर लिखवाने के लिए दबाव बनाया गया और डराया धमकाया गया।
पीड़ित ने भागलपुर के ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार सहित 4 लोगों के खिलाफ कोर्ट में लिखित शिकायत दर्ज करायी। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर पटना के कदमकुआं थाने में केस दर्ज कराया गया। थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। कदमकुआं थानेदार का कहना है कि मामले में दोषी पाये जाने के बाद आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।