SAHARSA: सुपौल की रहने वाली कविता सिंह ने सहरसा DIG शिवदीप लांडे से न्याय की गुहार लगायी है। पीड़िता ने पिपरा थानाध्यक्ष और डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता का कहना था कि भूमि विवाद में उनके बेटे सुमित कुमार सिंह के साथ मारपीट की गयी और तेजाब से हमला किया गया। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। टाटा मेमोरियल अस्पताल में बेटे का इलाज चल रहा है। इस मामले में 7 लोगों को आरोपी बनाया गया है। उनके खिलाफ पिपरा थाने में केस दर्ज किया गया है। लेकिन तेजाब फेंकने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। पीड़िता ने सहरसा डीआईजी से आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।
कविता सिंह सुपौल के रतोली गांव की रहने वाली हैं। कविता सिंह के बेटे सुमित कुमार सिंह के साथ 16 नवम्बर 2022 को मारपीट की गयी और तेजाब से हमला किया गया। भूमि विवाद को लेकर राज कुमार साह, वरुन कुमार साह, बिमल कुमार साह, हीरा देवी, सत्तो मंडल, लालो साह, देबू साह ने इस घटना को अंजाम दिया था। जिसमें कविता सिंह के बेटे सुमित कुमार सिंह बुरी तरह से घायल हो गया। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में वह जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
इस घटना को लेकर कुल 7 आरोपियों के खिलाफ पीड़िता ने पिपरा थाने में केस दर्ज कराया। पिपरा थाने में कांड संख्या 340/22 दर्ज किया गया। थानाध्यक्ष बिनोद कुमार सिंह ने मामला दर्ज किया था। पुलिस ने दो अभियुक्त राज कुमार साह, सत्तो मंडल को गिरफ्तार कर जेल भेजा लेकिन अभी दोनों जमानत पर हैं। जबकि अन्य पांच आरोपियों में बरुन कुमार साह और बिमल कुमार साह का नाम मोबाइल लोकेशन के आधार पर छांट दिया गया। अन्य अभियुक्त हीरा देवी, लालो साह, देबू साह पर अब तक कोई कार्रवाई पुलिस ने नहीं की।
पीड़िता ने बताया कि वो डीआईजी शिवदीप लांडे से मिलने पहुंची थी। डीआईजी से मिलकर उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी। पीड़िता ने बताया कि उनके बेटे के ऊपर बरुन साह और बिमल साह ने तेजाब फेंका था। लेकिन थानाध्यक्ष और डीएसपी ने दोनों अभियुक्त का नाम मोबाईल लोकेशन के आधार पर अनुसंधान के क्रम में छांट दिया। इस मामले पर कार्रवाई किये जाने की गुहार पीड़िता एसपी से भी लगा चुकी है। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद न्याय की मांग के लिए वो कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे से मिलने पहुंची थी। ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि पीड़िता को अब न्याय मिल पाता है नहीं।