बेनतीजा खत्म हो गया बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र, गरमागरम हंगामे के बीच छूटे जनता के मुद्दे

बेनतीजा खत्म हो गया बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र, गरमागरम हंगामे के बीच छूटे जनता के मुद्दे

PATNA : बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र पूरी तरह से विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष के हंगामे के बीच ये सत्र बेनतीजा समाप्त हो गया। हालांकि विपक्ष के वॉकआउट के बीच बिहार सरकार का दूसरा अनुपूरक बजट पास हो गया।

शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन आज भी विधानसभा में विपक्ष का जोरदार हंगामा देखने को मिला है। विपक्ष की तरफ से विधानसभा में आज बढ़ती बेरोजगारी को लेकर विशेष चर्चा के लिए कार्यस्थगन का प्रस्ताव दिया गया था जिसे स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने अस्वीकृत कर दिया। इसके बाद विपक्ष के सदस्य वेल में पहुंच गए और हंगामा करने लगे हंगामे के कारण विधानसभा में प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही नहीं चल सकी और सदन की बैठक 2 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई।

उधर विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने विधानपरिषद परिसर में प्रदर्शन किया। आरजेडी के नेताओं ने 'जल जीवन हरियाली मिशन' का विरोध किया। मास्क लगाकर विधानपरिषद पहुंचे सदस्यों ने अलग अंदाज में इस योजना का विरोध किया। सुबोध राय, रामचन्द्र पूर्वे समेत कई बड़े नेताओं ने विरोधा जताया। विपक्षी सदस्यों ने विधान परिषद के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पटना में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर आरजेडी के एमएलसी सुबोध राय ने कहा कि देश भर में सबसे ज्यादा पॉल्यूशन बिहार में है। इससे संबंधित विभाग सुशील मोदी के पास ही है लेकिन  20 सालों में अब तक सुशील मोदी ने कुछ नहीं किया।

शीतकालीन सत्र में बिहार सरकार  का दूसरा अनुपूरक बजट विपक्ष के वॉकआउट के बीच विधानसभा से पास हो गया। 12457.61 करोड़ में सबसे ज्यादा फोकस जल-जीवन-हरियाली अभियान पर किया गया है। 1688 करोड़ रुपये इसके लिए रखे गये हैं।अनुपूरक बजट में शिक्षा पर चर्चा हुई, जिसमें विपक्ष ने सरकार को घेरा, लेकिन जब सरकार का जवाब होने लगा, तो विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गये।

शीतकालीन सत्र के चौथे दिन एक सत्र में विधानसभा की कार्यवाही चली। इससे पहले के सभी सत्र विपक्ष के हंगामे भी भेंट चढ़ गये। दूसरे सत्र में अनुपूरक बजट पर चर्चा शुरू हुई, तो शिक्षा विभाग के बजट पर वाद विवाद हुआ, जिसमें विपक्ष की ओर से सरकार को घेरने की कोशिश की गयी। समान काम, समान वेतन का मुद्दा भी विपक्ष ने उठाया।विपक्ष के सवालों का जवाब शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने अपने अंदाज में दिया और सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। वहीं, संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार ने विपक्ष को निशाने पर लिया।

इससे पहले राज्य में बढ़ती प्याज की कीमतों के खिलाफ आरजेडी ने सरकार के खिलाफ विरोध करने का अनोखा तरीका निकाला। आरजेडी विधायक शिवचंद्र राम विरोध जताने के लिए प्याज की माला पहनकर विधानसभा पहुंचे। प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर विधायक शिवचंद्र राम ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। शिवचंद्र राम ने कहा कि बिहार की जनता प्याज के आंसू रो रही है और नीतीश सरकार को कोई फर्क ही नहीं पड़ता है। सरकार की तरफ से 35 रुपये किलो प्याज लोगों को उपलब्ध कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार झूठ बोल रही है, कहीं भी 35 रुपये किलो प्याज नहीं मिल रहा है।