PATNA : क्वारंटाइन सेंटर में दो व्यक्तियों व्यक्ति की मौत से लोगों में हड़कंप मच गया है. हाल ही में दोनों युवक बाहर से लौटे थे. जिनकी अचानक से मौत हो गई है. दो अलग-अलग जिलों में ये मौतें हुई हैं. प्रशासन ने उनकी डेड बॉडी को जांच के लिए भेजा है. मामले की छानबीन की जा रही है.
बेगूसराय में एक शख्स की मौत
पहली घटना बेगूसराय जिले के बखरी थाना इलाके की है. जहां सिमरी विद्यालय स्थित क्वारंटाइन सेंटर में एक युवक की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई है. मौत के बाद क्वारंटाइन सेंटर में हड़कंप मच गया है. मौके पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस प्रशासन की टीम लाश को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन में जुट गई है. कोई भी अधिकारी कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं. मृतक बखरी नगर के वार्ड नंबर 20 निवासी मो. हबीब का पुत्र मो. शाहिद है.
बखरी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार पासवान ने बताया कि मृतक को दो दिन पहले गैस का प्रॉब्लम हुआ था. जिसे एहतियात के तौर पर चेकअप कराया गया और डॉक्टर की टीम ने जांच पड़ताल कर आवश्यक दवाई दिया गया था. स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही थी, बुधवार की दोपहर भी स्वास्थ्य जांच किया गया था. इसके बाद अचानक मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि कोलकाता से आने के बाद कोई लक्षण नहीं रहने के कारण उसका कोरोना जांच नहीं किया गया था. अब युवक की मौत के बाद सैंपल जांच में भेजे जाने की तैयारी की जा रही है. दूसरी ओर परिजन सहित सेंटर में रह रहे प्रवासियों ने आरोप लगाया है कि 25 मई को कड़ी धूप में सबको विद्यालय के मैदान में खड़ा कर दिया गया था. जिससे मृतक की तबीयत खराब होता चला गया, इलाज के लिये रेफर की मांग किया. लेकिन प्रशासन सुनने को तैयार नहीं हुआ, जिसके कारण बुधवार को मौत हो गई. जानकारी के अनुसार शाहिद कोलकाता में पान की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. लॉकडाउन हो जाने के कारण भूखमरी का शिकार होने पर एक मालगाड़ी से 15 मई को बेगुसराय आया, वहां से जीप के सहारे बखरी पहुंचा और सिमरी मध्य विद्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में रहा.
मधुबनी जिले में एक मजदूर की मौत
दूसरी घटना मधुबनी जिले की है. जहां हरलाखी प्रखंड क्षेत्र के सुखवासी गांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में एक प्रवासी का मौत संदेहास्पद स्थित में मौत हो गई है. मृतक के भाई राम आधार राय ने बताया की मेरा भाई बीते 21 मई को पुणे से गांव आकर सीधे बुनियादी विद्यालय स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रुका था. करीब पांच दिन ठीक ठाक रहने के बाद मंगलवार को अचानक उल्टी -दस्त होने लगी और उसकी तबियत बहुत बिगड़ गई. सूचना मिलने के बाद परिजनों ने क्वारंटाइन सेंटर से बासोपट्टी के एक निजी क्लिनिक ले गये जहां हालत नाजुक देखते हुए चिकित्सक ने मधुबनी ले जाने की सलाह दी. जिसके बाद परिजन मधुबनी ले ही जा रहे थे कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
मौत की सूचना मिलने के बाद बुधवार की अहले सुबह प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. जहां ग्रामीणों के द्वारा कोरोना संक्रमण की जांच करवाने का मांग रखी गई. स्थानीय प्रतिनिधियों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. वहीं प्रशासन ने इस क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 61 लोगों ने कोरोना टेस्ट के लिए प्रशासन से मांग किया है.