बिहार पैक्स चुनाव में वोट देने पहुंचा 'मुर्दा', खुद चलकर बूथ तक आया, अफसरों ने पूछा- तुम जिंदा कैसे हुए

बिहार पैक्स चुनाव में वोट देने पहुंचा 'मुर्दा', खुद चलकर बूथ तक आया, अफसरों ने पूछा- तुम जिंदा कैसे हुए

BEGUSARAI : विधानसभा चुनाव के बाद सोमवार को पैक्स चुनाव के लिए वोटिंग हुई. राज्य के 37 जिलों के 1511 पैक्सों के लिए मतदान संपन्न हुआ. पैक्स चुनाव की वोटिंग के दौरान बेगूसराय जिले में एक अजीबोगरीब घटना हुई. दरअसल कागज़ पर मृत घोषित एक व्यक्ति बूथ पर वोट देने पहुंच गया. उसे देखकर बूथ पर मौजूद अफसर, सुरक्षाकर्मी और अन्य लोग हैरान रह गए.


घटना बेगूसराय जिले के छौड़ाही प्रखंड की है, जहां एजनी पैक्स अध्यक्ष पद के लिए चल रहे मदतन में एक व्यक्ति वोट देने पहुंच गया, जो कि सरकारी रिकार्ड में मरा हुआ है. कागज पर मृत 75 वर्षीय मो. रुस्तम अली "मैं जिंदा हूं, मैं जिंदा हूं" कहते-कहते थक गए पर पैक्स चुनाव में उन्हें वोट नहीं देने दिया. अफसरों ने उन्हें मुर्दा बताकर संवैधानिक अधिकार से वंचित कर दिया.


एजनी वार्ड नंबर 13 निवासी 75 वर्षीय मो. रुस्तम अली वोट डालने मतदाता पर्ची, आधारकार्ड लेकर एजनी माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र पहुंचे थे. मतदाता पर्ची में क्रमांक 1976 में दर्ज अपने नाम की पर्ची, आधारकार्ड के साथ लाइन में लगे थे. इसी बीच पोलिंग अफसर के पास पहुंचे तो वहां मौजूद मतदाता सूची में रुस्तम अली के नाम के आगे मृतक लिखा था. इसे देख मो. रुस्तम अली को मतदान केंद्र से बाहर कर दिया गया. अफसर कहने लगे तुम तो मृत हो, जिंदा कैसे हुए ? उनकी कोई दलील नहीं सुनी गई. 


दूसरी तरफ इसी एजनी पैक्स के मतदाता सूची में कई मृतक को जिंदा कर मतदाता बनाकर मतदान करा दिया गया. पूर्व मुखिया दानिश आलम मतदाता सूची के साथ एजनी निवासी मृतक अलीमुद्दीन मतदाता क्रम संख्या 6, अली हसन क्रम संख्या 43, यूनुस क्रम संख्या 44, इस्लाम अंसारी क्रम संख्या 46, रिजवान अहमद क्रम संख्या 47, अबूजफर क्रम संख्या 528, अरविंद शर्मा क्रम संख्या 1559 की मौत हो चुकी है. आज उन मृतकों के नाम से मतदान हो गया, जबकि जिंदा रुस्तम अली मतदान से वंचित रह गए. 


इस मामले में बीडीओ छौड़ाही प्रशांत कुमार ने कहा कि इस संबंध में मेरे पास अभी शिकायत नहीं आई है. मतदाता सूची में अगर नाम में गड़बड़ी हुई है तो आवेदन मिलने पर जांच के उपरांत विधि सम्मत कार्रवाई होगी.