किसानों ने कृषि पदाधिकारी को जमकर पीटा, मोदी का भाषण सुनने के दौरान नाश्ता की व्यवस्था नहीं होने पर भड़का गुस्सा

किसानों ने कृषि पदाधिकारी को जमकर पीटा, मोदी का भाषण सुनने के दौरान नाश्ता की व्यवस्था नहीं होने पर भड़का गुस्सा

BEGUSARAI :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों से संवाद कार्यक्रम में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब किसानों ने बेगूसराय में कृषि पदाधिकारी की जमकर पिटाई कर दी. प्रखंड कृषि कार्यालय में किसानों के लिए चाय-पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण किसानों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने कृषि पदाधिकारी की जमकर पिटाई कर दी. 


मामला बेगूसराय जिले का है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों से संवाद को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 20 किलोमीटर दूर से ठंड में किसानों को बुलाया गया लेकिन उनके लिए चाय-नाश्ता का भी प्रबंध नहीं किया गया, जिसको लेकर किसान आक्रोशित हो गए और उन्होंने प्रखंड कृषि कार्यालय कृषि पदाधिकारी की पिटाई शुरू कर दी. इस दौरान उन्होंने अफसर के ऊपर कृषि योजनाओं का लाभ नहीं देने , घूसखोरी करने और अमर्यादित व्यवहार करने का भी आरोप लगाया. इतना ही नहीं बाद में सभी कर्मियों को कार्यालय में बंद कर किसान वहीं बाहर धरने पर भी बैठ गए. 


भाजपा के जिला किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राम कुमार एवं संगठन के पदाधिकारी धरना एवं हंगामा में शामिल रहे. दूसरे दलों के नेता भी साथ दे रहे थे. बीएओ द्वारा किसानों से माफी मांगे जाने पर किसानों ने धरना समाप्त किया. किसानों का कहना था कि कृषि विभाग द्वारा छौड़ाही ई किसान भवन में आमंत्रण देकर दो सौ से ज्यादा किसानों को बुलाया गया. भाषण खत्म हुआ तो किसानों ने बीएओ के समक्ष फसल क्षति अनुदान नहीं मिलने, किसान सम्मान निधि में गलत लोगों को लाभ देने और जांच में आरोपितों को बचाने का प्रयास करने, योजना का लाभ देने में किसानों से 500-1000 रुपये घूस मांगने आदि सवालों की झड़ी लगा दी. 


इसपर प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामकिशोर शर्मा ने किसानों को डांटना शुरू कर दिया. डांटने सुनते ही किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. उल्टे डांटने पर किसानों ने बीएओ पर लात घूसों की बरसात कर दी. भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामकुमार वर्मा ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया. किसानों ने बीएओ को उनके कार्यालय में ताला लगा बंद कर दिया और बाहर धरने पर बैठ गए.