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BEGUSARAI: जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव शुक्रवार को बेगूसराय के चमथा गांव पहुंचे जहां उन्होंने हैवानियत की शिकार हुई 10 वर्षीय बच्ची उसके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मृतक बच्ची के पिता के पिता रजनीश कुमार सिंह को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात कही।
दरअसल, बेगूसराय के चमथा गांव में ओम प्रकाश सिंह नाम के शख्स ने 10 वर्षीय बच्ची को पहले अगवा किया और बाद में उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला। साक्ष्य को छिपाने के उद्देश्य से आरोपी ने बच्ची के शव को जमीन में दफन कर दिया था हालांकि बाद में पुलिस ने बच्ची के शव को जमीन खोदकर बरामद कर लिया था।
पप्पू यादव ने कहा है कि घटना की जानकारी लेने के बाद पता चला कि ओम प्रकाश सिंह का परिवार सायको टाइप का है। बताया जाता है कि वह दिल्ली व अन्य जगहों से भी बच्चियों का अपहरण कर गायब कर देता है और अब इस बच्ची का शव उसके घर से बरामद हुआ है। उन्होंने मांग की है कि आरोपियों के घर और जमीन की बुल्डोजर से खुदाई कराई जाए।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में बच्ची का यौन उत्पीड़न हो, मुजफ्फरपुर में MBA की लड़की को रेड लाइट एरिया में बेच देने की घटना हो या फिर इस बेगूसराय में दुष्कर्म और हत्या के बाद दफना देने की घटना हो, यह रूह कंपा देने वाली घटना है। बेटियां तो अब ना घर में सुरक्षित हैं और ना ही बाहर। क्या इसके लिए समाज दोषी नहीं है। आखिर क्यों ओम प्रकाश जैसे कुत्सित मानसिकता वालों को जीने का अधिकार मिले? इस व्यक्ति का आचरण संदिग्ध रहा है, इसको फांसी की सजा मिलनी चाहिए।