विधायक रह चुके मां-पिता जेल में हैं बंद, बेटी ने जीत का लहराया परचम

विधायक रह चुके मां-पिता जेल में हैं बंद, बेटी ने जीत का लहराया परचम

RANCHI: झारखंड विधानसभा चुनाव में 31 साल की अंबा प्रसाद कांग्रेस की टिकट पर बड़कागांव से विधायक चुनी गई हैं. इस सीट से उनके पिता और मां भी विधायक रह चुकी हैं. लेकिन दोनों के जेल जाने के बाद बेटी अंबा प्रसाद चुनाव लड़ी और पहले ही प्रयास में वह जीत गई. अंबा ने आजसू के रौशन लाल चौधरी को 30 हजार से अधिक वोटों से हराया हैं.

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मां-पिता का लड़ती हैं केस

अंबा प्रसाद विधायक बनने से पहले वह वकालत करती थी. हजारीबाग कोर्ट में अंबा ने पिता योगेंद्र साहू और मां निर्मला देवी के कई केसों को खुद लड़ रही हैं. अंबा के पिता योगेंद्र साहू 2009 में कांग्रेस के टिकट पर बड़कागांव से चुनाव जीते थे. योगेंद्र पर 24 से अधिक केस दर्ज है. जिसमें रंगदारी, हत्या समेत कई गंभीर आरोप है. जिसके कारण उनको जेल जाना पड़ा. मां निर्मला 2014 में चुनाव में खड़ी हुई और विधायक बनी. निर्मला पर भी केस दर्ज है. जिसके बाद दोनों को जेल हो गया. फिर अंबा यहां से चुनाव लड़ी और जीती.

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पहली बार में ही दिग्गजों को हराया

अंबा पहली बार में ही बीजेपी के कई बार विधायक रह चुके लोकनाथ महतो और आजसू से कई बार चुनाव लड़ चुके रौशन लाल चौधरी को हराया है. इन दोनों प्रत्याशियों का अंबा के पिता और मां से भी चुनावी मैदान में मुकाबला हो चुका हैं. योगेंद्र हेमंत सोरेन की सरकार में कृषि मंत्री भी रह चुके हैं. बता दें कि विधानसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है. जिसमें अंबा प्रसाद भी एक हैं.