DESK : दो-ढाई महीने की चिल-चिलाती गर्मी में लोग बड़ी ही बेसब्री से बारिश का इंतजार करते हैं. रिमझिम फुहारों का आनंद ही कुछ और है, पर हद से ज्यादा बारिश और हमारी लापरवाही कभी-कभी बड़ी मुसीबत हो जाती है. इस मौसम में इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा भी काफी बढ़ जाता है. इस मौसम में कमजोर इम्युनिटी वाले लोग, वरिष्ठ नागरिक और बच्चे सबसे ज्यादा बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं. इस मौसम में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है. इसलिए अपने आसपास की साफ सफाई पर ध्यान देना जरुरी हो जाता है. यदि आप कोरोना संकट के बीच डॉक्टर और हॉस्पिटल के चकर में नहीं पड़ना चाहते हैं तो कुछ सावधानी को जरुर अपनाये : -
1. अपने घर के चारों ओर पानी जमा न होने दें, यदि कहीं गड्ढे हैं तो उसे मिट्टी से भर दें, रुकी हुई नालियों को साफ करवालें.
2. यदि घर के पास पानी जमा होने से रोकना संभव नहीं है तो उसमें पेट्रोल या केरोसिन ऑयल डालें.
3. अगर मुमकिन हो तो खिड़कियों और दरवाजों पर महीन जाली लगवाकर मच्छरों को घर में आने से रोकें.
4. घर के अंदर सभी जगहों में हफ्ते में एक बार मच्छर-नाशक दवाई का छिड़काव जरूर करें. यह दवाई फोटो-फ्रेम्स, पर्दों, केलेंडरों आदि के पीछे और घर के स्टोर रूम और सभी कोनों में जरूर छिड़कें.
5. कूलर, फूलदान आदि पात्र जिसमे पानी रहता है, उसको हफ्ते में एक बार जरुर साफ़ करें. पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को भी रोज साफ़ करने के बाद दाना दे और पानी भर कर रखें. घर की छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें, इन में बारिश का पानी जैम जाता है जिसमे बाद में मछर अपना डेरा जमा लेते हैं.
6. डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें.
7. मच्छरों को भगाने और मारने के लिए मच्छरनाशक क्रीम, स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि का प्रयोग करें. गुग्गल के धुएं से भी मच्छर भगाया जा सकता है .
8 दवाई छिड़कते समय अपने मुंह और नाक पर कपड़ा जरूर बांधें. साथ ही, खाने-पीने की सभी चीजों को हमेशा ढंककर रखें.
9 पीने के पानी को उबालकर पीएं या क्लोरीन की गोली मिलाएं.
10. बेहतर होगा की इस मौसम में ऐसे कपड़े पहनें जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढंका रहे. खासकर बच्चों के लिए यह सावधानी बहुत जरूरी है.
अगर आप सावधानी नहीं अपनाते हैं तो इन बीमारियों के शिकार हो सकते हैं
- डाइरिया या फूड पॉइज़निंग
- डेंगू
- जुकाम और बुखार
- लेप्टोपाइरोसिस
- टायफॉइड