PATNA : कोरोना संकट की महामारी में सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पालन करने के लिए कहा जा रहा है. इस संकट में सरकार की ओर से की जा आ रही आर्थिक मदद के लिए बैंकों में काफी भीड़ देखने को मिल रही है. लॉक डाउन में भी लोगों की भीड़ बैंक में देखी जा रही है. जिसे देखते हुए सरकार की ओर से डीएम और एसपी को भीड़ कंट्रोल करने के निर्देश दिए गए हैं.
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बैंक के आलाधिकारियों से इस संबंध में बातचीत की. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सभी जिलों के डीएम और एसपी को भीड़ नियंत्रित करने में बैंकों को सहयोग करने का निर्देश दिया गया है. बैंक और सरकार ने असामाजिक तत्वों द्वारा फैलाए गए उस अफवाह का खंडन किया है कि राशि नहीं निकाली गयी तो वापस हो जाएगी. लाभुक धैर्य रखें और बारी-बारी से सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए अपनी राशि की निकासी करें. बैंकों से कहा गया कि वे बैंक,एटीएम व ग्राहक सेवा केन्द्रों में सैनेटाइजर रखें और स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों का ग्राहकों से पालन करें.
मुख्य सचिवालय स्थित अपने ऑफिस से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए भातचीत में एसबीआई, प्रमुख व्यावसायिक और ग्रामीण बैंकों तथा आरबीआई और नाबार्ड के आलाधिकारियों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चिकित्सा, पुलिस व सफाईकर्मियों के साथ बैंक कर्मियों की भूमिका को भी सराहनीय बताया. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के इस संकटपूर्ण समय में केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा घोषित 8 हजार करोड़ से ज्यादा की राहत राशि का वितरण कर बैंक गरीबों की सेवा कर रहे हैं.
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य में 17 हजार से ज्यादा बैंक मित्र हैं जो सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहक सेवा केन्द्रों के माध्यम से राहत पैकेज की राशि का वितरण कर रहे हैं. बैंकों ने बताया कि प्रति ग्राहक सेवा केन्द्र मास्क, गल्बस व परिसर को स्वच्छ रखने के लिए दो हजार रुपये के साथ बैंक मित्रों को कमीशन के अलावा प्रतिदिन 100 रुपये परिवहन भत्ता, प्रति ट्रांजेक्शन 2 रुपये और उन्हें बीमा कवच भी प्रदान किया गया है.