PATNA: बिहार में अवैध बालू खनन पर अंकुश लगाने और बालू माफिया पर शिकंजा कसने को लेकर सरकार गंभीर हो गई है। इसको लेकर बिहार सरकार ने प्लान तैयार किया है। सरकार ने खनन विभाग के अधिकारियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने का फैसला लिया है। विभाग की तरफ से खान निरीक्षकों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। विभाग ने यह फैसला इसलिए लिया है कि उसे बालू माफिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में सुरक्षा के लिए किसी और की मदद नहीं लेनी पड़े।
दरअसल, बिहार में खनन माफिया के बढ़ते मनोबल को देखते हुए विभाग ने उनसे निपटने का प्लान तैयार किया है। पिछले दिनों पटना के बिहटा में खनन विभाग के अधिकारियों और महिला खनन निरीक्षक पर हुए जानलेवा हमले के बाद विभाग एक्शन में आ गया है। पटना समेत राज्य के विभिन्न जिलों में अवैध खनन और बालू के अवैध भंडारण पर रोक लगाने के लिए सुरक्षाबलों की एक कंपनी उपलब्ध कराने का फैसला लिया है।
इसको लेकर विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर ने उत्पाद विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मद्य निषेध, आबकारी और पंजीकरण विभाग के प्रशिक्षण केंद्र में खनन अधिकारियों को हथियारों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभाग द्वारा पहले चरण में 30 महिला अधिकारी और 90 निरीक्षकों को हथियार चलाने की ट्रैनिंग दी जाएगी। बता दें कि 17 अप्रैल को बिहटा में खनन माफिया और उसके लोगों ने ने खनन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला कर दिया था।