PATNA: प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने बिहार के बालू माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने लालू परिवार के नजदीकी सुभाष यादव और अशोक कुमार की करीब 68 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है. सुभाष यादव पहले से बालू तस्करी और अवैध कमाई के आरोप में जेल में बंद हैं.
पटना से लेकर उत्तराखंड औऱ यूपी में कार्रवाई
ईडी की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक बालू के अवैध कारोबार में लिप्त ब्रॉडसंस कंपनी से जुड़े सुभाष यादव और अशोक कुमार की संपत्ति जब्त की गयी है. पटना, देहरादून और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में दोनों की पांच संपत्ति को जब्त किया गया है. ईडी ने कहा है कि सुभाष यादव ब्रॉडसन कंपनी के पूर्व निदेशक हैं, वहीं अशोक कुमार इस कंपनी के मौजूदा निदेशक हैं. आरोप है कि ब्रॉडसन कंपनी ने बिहार से बालू खनन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की है. ईडी पहले से ही इस मामले की जांच कर रही है.
सुभाष यादव पहले से ही जेल में हैं
बालू तस्करी और अवैध कमाई के मामले में ईडी ने इसी साल मार्च में सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने 9 मार्च को सुभाष यादव के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की थी. रेड में 2 करोड़ कैश के साथ बेनामी संपत्ति के सबूत मिलने के बाद बालू कारोबारी और आरजेडी नेता सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था. उससे पहले आयकर विभाग की ओर से छापेमारी की गई थी. सुभाष यादव के पार्टनर अशोक कुमार के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी.
लालू परिवार के बेहद करीबी हैं सुभाष
सुभाष यादव राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी हैं. बिहार में उनको बालू किंग के नाम से भी जाना जाता है. सुभाष मूल रूप से दानापुर अनुमंडल में आने वाले हेतनपुर दियारा के रहने वाले हैं. बालू के अवैध कारोबार की जांच कर रही ईडी को पता चला था कि सुभाष यादव ने ब्रॉडसॉन्स कंपनी के जरिये ने राज्य के विभिन्न बालू घाटों पर अवैध खनन और बिना चालान या गलत चालान की बिनाह पर 250 करोड़ से अधिक का राजस्व चोरी कर ली थी. इस मामले में धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) और काली कमाई से जुड़े कई तथ्य सामने आने पर ईडी ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की थी.
सुभाष यादव आरजेडी के नेता भी रहे हैं. लालू प्रसाद यादव ने उन्हें 2019 में लोकसभा चुनाव का टिकट दिया था. सुभाष यादव 2024 में झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर रहे हैं.