LAKHISARAI : बिहार की लखीसराय जिला अंतर्गत आने वाले बड़हिया में बीते कल भारी बवाल हुआ है। इसकी वजह पशु बलि बताई जा रही है। इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में इसकी काफी चर्चा हो रही है। हर तरफ इस घटना की चर्चा हो रही है कि आखिकार इतने साल पुराने प्रथा पर यूं ही अचनाक से कोई भी निर्णय कैसे लिया जा सकता है ?
दरअसल, बिहार के एक मंदिर में बकरे की बलि को लेकर बवाल हो गया। लखीसराय जिले के बड़हिया नगर स्थित जगदंबा मंदिर में अमूमन मंगलवार और शनिवार को श्रद्धालुओं द्वारा दिए जाने वाली पशु बलि को लेकर मंगलवार को काफी हंगामा हुआ। यहां नगर के ही वार्ड संख्या 11 निवासी रविन्द्र सिंह की पुत्री अदिति कुमारी के द्वारा बीते महीनों से ही पशु बलि पर पूर्ण विराम लगाए जाने को लेकर प्रचार-प्रसार और जन संपर्क किया जा रहा था।
ऐसे में मंगलवार को बलि दिए जाने वाले स्थल के समीप अवरोधक बन कर एक लड़की खड़ी हो गई। जिसके समर्थन और विरोध में लोगों की भीड़ लग गई। उसके बाद सूचना पर महिला-पुरुष पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने मामले की गंभीरता को भांप अदिति को थाने ले आई। साथ ही बलि स्थल पर 144 लगा दिया गया। जिससे मंगलवार को कोई भी बलि नहीं दी गई कि बकरे की बलि दिए जाने वाले कमरे के आगे तला लगा दिया गया।
वहीं, अदिति को आश्वस्त किया गया कि मंदिर समिति के पदेन अध्यक्ष जिला के अनुमंडलाधिकारी के साथ ग्रामीणों की आवश्यक बैठक कर इस दिशा में अहम निर्णय लिए जाएंगे। इस बाबत देर शाम स्थानीय अंचलाधिकारी के द्वारा पत्रांक 1350 के माध्यम से पत्र जारी कर बुधवार के बैठक की तिथि जारी की गई है। अब आज शाम चार बजे अनुमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला में बैठक हेागी।
जिसमें मां जगदम्बा मंदिर न्यास समिति के सदस्यों से इस बैठक में शामिल होने की बातें कही गई है। इस संबंध में मंदिर समिति के सचिव जयशंकर सिंह उर्फ भादो बाबू ने कहा कि इस बलि प्रथा के मामलों में मंदिर समिति की कोई भूमिका नहीं है। इस बाबत स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा ही उचित अनुचित के निणर्य अनुरूप निष्कर्ष निकाले जा सकेंगे।