BAGAHA: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक गैंडा की मौत हो गई है. गैंडा की मौत खबर के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है. घटना वाल्मीकिनगर रेंज के भेड़ियारी जंगल का है.
वन विभाग की टीम यह पता गाने में जुटी है कि आखिर गैंडा की मौत कैसे हुई है. घटनास्थल पर वन विभाग के अधिकारी और कर्मी पहुंचे हुए है. यह पता लगाया जा रहा है कि कही किसी ने जानबूझकर तो नहीं मारा है.
नेपाल से आते हैं यहां गैंडा
वैसे तो टाइगर रिजर्व में गैंडा नहीं पाए जाते हैं. लेकिन नेपाल से हर साल बाढ़ के दौरान कई गैंडा आ जाते हैं. और इस इलाके में ही रहते हैं. कई गैंडा की मौत ट्रेन से कटकर भी इस इलाके में पहले ही हो चुकी है. आमतौर पर इस इलाके में आए गैंडा को मेहमान जानवर कहते हैं. बता दें कि पटना चिड़ियाघर में भी गैंडा रहते है. कुल मिलाकर 5 मादा गैंडे हैं, जबकि 6 नर गैंडे हैं. गैंडा ब्रीडिंग को लेकर पटना जू दुनियाभर में प्रसिद्ध है. पटना चिड़ियाघर में राइनो ब्रीडिंग सेंटर भी बनाया गया है. पटना जू का गैंडा ब्रीडिंग सेंटर दुनिया में अमेरिका के सेंटियागो चिड़ियाघर के बाद दूसरे नंबर पर आता है.