बड़ी खबर : नियोजित शिक्षकों के लिए आयोजित होगी ऑफलाइन परीक्षा, शिक्षा मंत्री ने किया एलान

बड़ी खबर : नियोजित शिक्षकों के लिए आयोजित होगी ऑफलाइन परीक्षा, शिक्षा मंत्री ने किया एलान

PATNA : बिहार के सभी नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर आज शाम साढ़े 6 बजे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से मुलाकात करेंगे। सम्राट चौधरी ने सभी शिक्षकों को आज मिलने के लिए बुलाया है। लेकिन, इससे कुछ देर पहले राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इन टीचरों को लेकर बड़ा एलान कर दिया है। इन्होंने कहा है कि - अब न सिर्फ ऑनलाइन बल्कि ऑफलाइन परीक्षा का भी मौका नियोजित शिक्षकों को दिया जाएगा।


दरअसल, 13 फरवरी को नियोजित शिक्षक पटना में विधानसभा घेरा करने पहुंच गए थे। इसके बाद हंगामा हुआ तो नई सरकार भी हरकत में आती दिख रही है।अब इस मामले में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि- नियोजित शिक्षक जिनके सरकारीकरण की प्रक्रिया चल रही है उन्हें हमने आश्वाशन दिया था की उनके हक़ में फैसला लिया जाएगा और अब यह निर्णय लिया गया है।


इसके आगे उन्होंने कहा कि - नियोजित टीचरों की जो भी कठिनाई थी उसमे ऑनलाइन परीक्षा की समस्या थी। बहुत से शिक्षक जो पुराने थे उन्हें इससे  समस्या हो रही थी और अब ऑफलाइन परीक्षा की बात कर ली गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाह से सरकार ने यह तय किया है कि जो तीन परीक्षा ऑनलाइन हो रही है उसके अलावा दो लिखित परीक्षा का मौका दिया जाएगा। मतलब अब कुल पांच परीक्षा का मौका दिया जायेगा।


शिक्षा मंत्री ने कहा कि-  शिक्षा में सुधार स्पष्ट तौर पर दिख रहा है और देहाती क्षेत्र में भी यह साफ है। हमने नियोजित शिक्षकों को धैर्य रखने को कहा था, सरकार उनका ध्यान रखेगी। कुछ संगठनों ने आंदोलन को स्थगित भी किया। उनकी जो कठिनाइयां थीं, उसमें मुख्य रूप से सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन होने की बात थी। बहुत शिक्षकों को ऑनलाइन एग्जाम देने में दिक्कत थी, उनकी ऑफलाइन यानि लिखित परीक्षा की मांग थी।  हमलोग ये निर्णय ले रहे हैं हो शिक्षक ऑनलाइन एग्जाम नहीं देना चाहते हैं उनका ख्याल रखते हुए, अभी जो 3 ऑनलाइन परीक्षा हो रही है, इसके अलावा दो ऑफलाइन परीक्षा भी लेंगे. इस तरह 5 अवसर उपलब्ध होंगे। 


आपको बताते चलें कि, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति यानी बीएसईबी द्वारा सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी 2024 से लेकर 13 मार्च 2024 तक आयोजित करने जा रही है। इसका उद्देश्य है बिहार में नियोजित की प्रतिभा की जां की जाए। बिहार सरकार द्वारा सक्षमता परीक्षा की घोषणा के बाद से ही इसका विरोध किया जा रहा है। कई शिक्षकों ने तो विरोध स्वरूप परीक्षा के लिए आवेदन भी नहीं दिया।  शिक्षकों का कहना है कि उन्हें नौकरी से बाहर निकालने की साजिश सरकार द्वारा की जा रही है।