बाढ़ पीड़ितों के बीच नीतीश को तलाशते रहे तेजस्वी, निराश होकर बोले.. मुख्यमंत्री की अंतरात्मा बंगाल की खाड़ी में डूब गई

बाढ़ पीड़ितों के बीच नीतीश को तलाशते रहे तेजस्वी, निराश होकर बोले.. मुख्यमंत्री की अंतरात्मा बंगाल की खाड़ी में डूब गई

PATNA : कोरोना संक्रमण के बीच बिहार के 8 जिले बाढ़ की समस्या का सामना कर रहे हैं। चार लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है लेकिन मुख्यमंत्री से लेकर बिहार सरकार के कोई भी मंत्री और आला अधिकारी अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने नहीं पहुंचे हैं। सरकार स्थानीय स्तर के अधिकारियों के भरोसे बाढ़ पीड़ितों तक मदद पहुंचाने का दावा कर रही है लेकिन शीर्ष नेतृत्व की उदासीनता का फायदा उठाते हुए तेजस्वी यादव आज बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंच गए। 


तेजस्वी यादव ने आज मधुबनी और दरभंगा जिला में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। नाव पर सवार होकर घंटों तेजस्वी मधुबनी में घूमते रहे और बाढ़ से प्रभावित लोगों के बीच उनका दुख दर्द जानने पहुंचे। इस दौरान बड़ी ही दिलचस्प तस्वीर देखने को मिली। तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बाढ़ प्रभावित इलाकों में तलाशते नजर आए। तेजस्वी जहां कहीं भी बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच पहुंचे उनसे सीधे पूछा कि नीतीश कुमार जी को कहीं देखा है या नहीं? बाढ़ पीड़ितों का जवाब तेजस्वी को निराश कर गया और आखिरकार उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार की अंतरात्मा बंगाल की खाड़ी में डूब गई है। 


बाढ़ पीड़ितों का दर्द देखने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में लोग मर रहे हैं ऐसे में अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास थोड़ी भी शर्म बची होती तो वह अब तक इस्तीफा दे दिए होते। मधुबनी के मधेपुर ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार बाढ़ में डूब गया और नीतीश जी के आंखों का आंसू सूख गया है। नीतीश जी यहां नहीं आएंगे क्योंकि 7 तारीख को अपनी कुर्सी बचाने के लिए उन्होंने वर्चुअल रैली का कार्यक्रम रखा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में जो लोग मर रहे हैं वह वहां से वोट करने के लिए जाएंगे। लोकतंत्र में लोक नहीं रहेगा तो तंत्र का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। तेजस्वी यादव ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा है कि अगर आप चाहते हैं कि लोग वोट करें और सीधे शमशान चले जाए तो फिर लाशों के ढेर पर हम चुनाव नहीं होने देंगे।