PATNA : पुरे देशभर में कांग्रेस अब एक बार फिर से खुद को मजबूत बनाने की कवायद में जुटी हुई है। ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर एक बार फिर से सरकार चला सके। इसको लेकर पार्टी के तरफ से कई बड़े निर्णय भी लिए जा रहे हैं, इसके साथ ही साथ कई तरह की योजनाएं भी चलाई जा रही है। इसी कड़ी में अब बिहार कांग्रेस में भी संगठनात्मक बदलाव किए जाने का निर्णय कर लिया गया है।
बिहार कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की अगली कड़ी में पार्टी विधानमंडल दल का नेता बदलने जा रहा है। वर्तमान में यह पद अजीत शर्मा के पास है। लेकिन, अब इनको इस पद से हटा जाना तय कर लिया गया है। इसके जगह पर पार्टी के तरफ से चार नए नामों की सूची को आगे भेज दिया गया है। इसमें चार नामों में कई नाम पार्टी के पुराने नेता का भी है।
मालूम हो कि, इससे पहले भी कांग्रेस के तरफ से बिहार में प्रदेश मदन मोहन झा को मुक्त करते हुए बिहार कांग्रेस की कमान पार्टी के राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश प्रसाद सिंह को दी गई। इससे साथ ही साथ पार्टी के तरफ से युवा कांग्रेस के अध्यक्ष में भी बदलाव किए गए हैं। जिसके बाद अब बिहार कांग्रेस के विधानमंडल दल के नेता को बदला जाने का निर्णय कर लिया गया है। जल्द ही पार्टी इसका औपचारिक एलान कर सकती है।
इधर, इनको विधानमंडल दल के नेता से हटाए जाने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि पार्टी अगले कैबिनेट विस्तार में अपने तरफ से इनके नाम को आगे बढ़ा सकता है।
वहीं,अजीत शर्मा के हटाए जाने के बाद इस पद को लेकर जिन नामों की चर्चा की जा रही है उसमें पहला नाम विजय शंकर दुबे का है और दूसरा नाम मुजफ्फरपुर से कांग्रेस विधायक विजेंद्र चौधरी का है। इसके अलावा पार्टी ने जो 4 नाम भेजे हैं उनमें तीसरे नंबर पर तीन बार के विधायक रहे राजेश राम और पार्टी के विधायक रहे शकील खान का भी नाम शामिल किया गया है।
आपको बता दें कि, पार्टी के तरफ से जिन चार नामों को भेजा गया है उसके मुताबिक। विजय शंकर दुबे पार्टी के पुराने नेता हैं और 6 बार विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। वहीं, विजेंद्र चौधरी मुजफ्फरपुर से कांग्रेस विधायक हैं। चौधरी चार बार विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं 2 बार उन्होंने निर्दलीय चुनाव भी जीता है। एक बार राजद के टिकट पर जबकि 2020 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा पहुंचे हैं।