DESK: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए सभी 26 आरोपियों पर महाराष्ट्र सरकार का कठोर कानून, मकोका लगा दिया गया है। 12 अक्टूबर को हुई इस हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने ली थी, जिसने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को इसका कारण बताया था। 1999 में बनाया गया मकोका, संगठित अपराध से निपटने के लिए एक सख्त कानून है।
दरअसल 12 अक्टूबर की रात को बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने ली है। गैंग ने बाबा के मर्डर का कारण बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को बताया था। अभिनेता सलमान ख़ान बिग बॉस सीज़न 18 की शूटिंग कर रहे थे जैसे ही उन्हें ये ख़बर मिली वो शूटिंग बीच में ही रोक कर लीलावती अस्पताल में सिद्दीकी परिवार से मुलाक़ात करने पहुंचे थे।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल सभी 26 आरोपियों पर महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) लगाया गया है। गैंगस्टर लॉरेंस गैंग द्वारा ली गई इस हत्या की वजह बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान बताई गई है। 1999 में बने इस कानून का मकसद संगठित अपराध को कुचलना है। बाबा सिद्दिकी की हत्या 12 अक्टूबर को हुई थी और गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए सलमान खान को इसका कारण बताया था। 1999 में मकोको बनाया गया था जो संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण हथियार है।
बाबा सिद्दीकी परिवार बिहार के गोपालगंज ज़िले के शेखटोली गांव का रहने वाले थे। मुंबई से वो अक्सर अपने गांव आते थे। बताया जाता है कि बाबा सिद्दीकी का पूरा परिवार 50 साल बिहार से पहले मुंबई में शिफ्ट हुआ था। बाबा सिद्दीकी के पिता अब्दुल रहीम मुंबई में घड़ी बनाने का काम करते थे। बाबा सिद्दीकी भी अपने पिता के काम में हाथ बंटाते थे और पढ़ाई के साथ-साथ घड़ी रिपेयरिंग करने का भी काम करते थे लेकिन ज्यादा दिनो तक उनका मन घड़ी बनाने में नहीं लगा और बाबा सिद्दीकी ने एक स्टूडेंट नेता के रूप में राजनीति में एंट्री ली। जिसके बाद किस्मत आजमाने के लिए पार्षद का चुनाव लड़े जिसमें उन्होंने कामयाबी हासिल की।
बता दें कि 1977 में बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस जॉइन किया था 1980: बांद्रा युवा कांग्रेस के बांद्रा तालुका के महासचिव बने। 1981-82: बांद्रा तालुका के अध्यक्ष बने। 1988: मुंबई युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बनाये गये। 1992: मुंबई नगर निगम के पार्षद बने। 1999: बांद्रा वेस्ट से विधायक बने। 2000: महाराष्ट्र हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन बनाये गये। 2004: बांद्रा वेस्ट से दूसरी बार विधायक बने। 2004-08: खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बने। 2009: बांद्रा वेस्ट से तीसरी बार विधायक बने। 2014: मुंबई रीजनल कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बनाये गये। 2019: महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के पार्लियामेंट्री बोर्ड के मेंबर बने और 2024: 12 फरवरी को NCP (अजित) जॉइन की।