PATNA : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत से जुड़ी एक अच्छी खबर है। बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में मरीजों की स्क्रीनिंग कराने का फैसला किया है। स्वास्थ विभाग अब राज्य के सभी सदर और अनुमंडल अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग कराएगा। इसका मकसद आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को आयुष्मान भारत योजना के तहत अतिरिक्त मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराना है।
राज्य स्वास्थ्य समिति ने इसके लिए सभी सिविल सर्जन को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत उन गरीब मरीजों को एक साल के अंदर 5 लाख रुपए तक की मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाती है जिनकी पहचान राज्य की आर्थिक सामाजिक जनगणना की सूची में आर्थिक रूप से कमजोर के तौर पर हुई है।
स्वास्थ विभाग ने आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को हर हाल में आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का निर्देश दिया है। स्वास्थ विभाग ने पदाधिकारियों को कहा है कि वह हर दिन कम से कम एक हजार मरीजों का इलाज योजना के तहत सूचीबद्ध करें। राज्य के अंदर अब तक 66 हजार मरीजों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिला है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा है कि जिला और अनुमंडल स्तरीय अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ विभाग सख्त रूख अपनाएगा।