DESK: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में अयोध्या के विकास कार्यों की समीक्षा की गयी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यराज लखनऊ स्थित अपने आवास से जुड़े। पीएम मोदी के साथ हुए इस वर्चुअली मीटिंग में दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे। वही अयोध्या के विकास से जुड़े तमाम अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए। पीएम मोदी ने बैठक के दौरान मौजूद रहे सभी अधिकारियों और मंत्रियों से फीडबैक लिया। पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि राम मंदिर बनने से पहले अयोध्या में विकास कार्यों को पूरा किया जाए।
अयोध्या के विकास के लिए तैयार विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा के लिए पीएम मोदी और यूपी के सीएम के जुड़ने पर खुशी जताते हुए आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह अच्छी पहल है। जब तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री इससे नहीं जुड़ेंगे तब तक विकास कार्य धरातल पर नहीं दिखेंगा।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बीते दिनों हुई कैबिनेट की मीटिंग में कुल 8 प्रस्तावों पर मुहर लगायी थी। जिसमें 400 करोड़ की लागत से अयोध्या में बनने वाले बस स्टैंड को मंजूरी दी गयी थी। पीपीपी मोड पर अयोध्या में 400 करोड़ की लागत से बस स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा। लोगों को जाम से निजात दिलाने बचाने के लिए एक फ्लाईओवर का भी निर्माण कराया जाएगा। नए एयरपोर्ट को सुल्तानपुर मांग जोड़ता है लेकिन यहां ट्रैफिक की समस्या अधिक है जिसे लेकर फोरलेन फ्लाईओवर को मंजूरी दी गयी है।
हाल ही में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने अयोध्या का दौरा किया था। उन्होंने अयोध्या के विकास कार्यों और मंदिर निर्माण की प्रगति को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी। ये रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भी पहुंची थी। जिसके बाद अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों और नए मास्टर प्लान की आज पीएम मोदी ने समीक्षा की। अब तक हुए विकास कार्यों को लेकर पीएम ने कई दिशा निर्देश भी दिए। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, चीफ सेक्रेटरी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन,अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी इस बैठक में मौजूद रहे।