DESK : लोजपा(रामविलास) अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात कर एक पत्र लिखकर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर दी। जिसके बाद इसको लेकर जेडीयू के अंदर घमासान मचा हुआ है। पार्टी के वरिष्ठ नेता द्वारा चिराग के इस मांग को बेबूनयादी मांग बताई जा रही है। उन्होंने चिराग के इस मांग को सिरे से नाकर देने की बात कही है।
दरअसल, बीते कल लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष द्वारा देश के गृह मंत्री से मुलाकात कर उन्हें बिहार की परेशानियों से अवगत कराया। इस दौरान उन्होंने अपराध, हत्या, शराबबंदी समेत तमाम समस्यों को आगे रखकर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग भी उनके सामने रख दी है। जिसके बाद अब उनकी इस मांग को लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने अपनी प्रतिकिरिया दर्ज करवाई है।
केसी त्यागी ने कहा कि, चिराग द्वारा बिहार सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग अलोकतांत्रिक है। अब किसी भी बहुमत वाली सरकार को कोई भी केंद्र की सरकार बर्खास्त नहीं कर सकती है। वो कभी खुद को मोदी का हनुमान कहते हैं। लेकिन, चिराग ऐसे हनुमान हैं जो अपनी ही अयोध्या में आग लगा दी थी। सबसे पहले चिराग को खुद को अपने पिता की तरह स्थापित करें फिर कुछ बोलें। चिराग अभी नए - नए राजनीति में आए हैं, इसलिए कुछ भी बोलने से पहले खुद सोच - समझ लेना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने बिहार में कानून - व्यवस्था के बिगड़ते हालात को लेकर कहा कि, जो लोग बिहार पर सवाल उठाते हैं उन्हें पहले दिल्ली और उत्तर- प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे जानते हुए उत्तर प्रदेश में पांच शराब कांड हो चुके हैं, जिनमें 40-40 लोग तक की मौत हुई है। इसके साथ ही केसी त्यागी ने कहा कि अब किसी भी बहुमत वाली सरकार को केंद्र की सरकार बर्खास्त नहीं कर सकती है यह बात चिराग पासवान को समझाना चाहिए।
गौरतलब हो कि, चिराग पासवान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बुधवार को मुलाकात की और बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। चिराग पासवान ने शाह को अपनी पार्टी का ज्ञापन सौंपा था जिसमें उन्होने बिहार में शराबबंदी मन हुई मौत, अरवल में हुई मौत का जिक्र कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी।