RANCHI: अवैध खनन मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी ने पूछताछ शुरू कर दी है। गुरूवार को रांची स्थित ईडी के दफ्तर में सीएम हेमंत पूछताछ के लिए पहुंचे। एयरपोर्ट स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में कड़ी सुरक्षा के बीच हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए पहुंचे। हिनू चौक से लेकर ईडी दफ्तर के बीच सुरक्षा सीआरपीएफ के हवाले कर दी गई है और इलाके में धारा-144 लगा दी गई है।
ED दफ्तर पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट के सहयोगियों के साथ मीडिया को संबोधित किया। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीएम ने राज्यपाल, बीजेपी और केंद्रीय एजेंसियों पर कई गंभीर आरोप लगाए। राज्यपाल रमेश बैस पर आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। चुनाव आयोग ने महीनों पहले राज्यपाल को अपना मंतव्य भेजा था लेकिन राज्यपाल ने उसे अबतक नहीं खोला है, लगता है कि वे किसी वक्त का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होने आगे कहा कि चुनाव आयोग से दूसरा मंतव्य मांगा है लेकिन चुनाव आयोग ने मुझे पत्र लिखकर बताया कि राज्यपाल ने कोई दूसरा मंतव्य नहीं मांगा है। राज्यपाल का पद कोई राजनीतिक पद नहीं है फिर भी वो सरकार गिराने के षड्यंत्र में शामिल हैं। हेमंत ने कहा कि इनते छोटे जिले में इतना बड़ा घोटाला किया जा सकता है क्या, ईडी पिछले दो साल से इसकी जांच कर रही है। उन्हें बताना चाहिए कि ऐसे साक्ष्य कहां से मिले औक उनपर लगाए गए आरोप का आधार क्या है।
हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि वे राज्य के मुख्यमंत्री हैं और एक संवैधानिक पद पर हैं, इसके बावजूद भी इस तरह का समन किया जा रहा है, जैसे वे देश छोड़कर भागने वाले हो, व्यापारी को छोड़कर कोई राजनेता देश छोड़कर भागा हो इसका उदाहरण नहीं है। हेमंत सोरेन ने कहा कि यूपीए के कई मंत्रियों और विधायकों के यहां छापेमारी होने वाली है इसकी उन्हें सूचना है।