SAMASTIPUR: बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी के सुसाइड के बाद उनके बारे में कई नई जानकारी सामने आ रही है. फर्स्ट बिहार की टीम आज समस्तीपुर जिले के पूसा रोड बाजार पहुंची, जहां अतुल सुभाष का पैतृक घर है. वहां मौजूद स्थानीय लोगों के साथ साथ अतुल के रिश्तेदारों ने अतुल और निकिता के बारे में कई नई जानकारी दी. अतुल के रिश्तेदारों ने बताया कि शादी के बाद से अतुल की बर्बादी की कहानी शुरू हो गयी थी. आखिरकार वह दुनिया छोड़ कर चला गया.
बार-बार बेहोश हो जा रही हैं मां
अतुल की मां पटना एयरपोर्ट पर उतरने के बाद से बार-बार बेहोश हो जा रही हैं. शाम में पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए अतुल सुभाष की मां अचानक बेहोश हो गईं थीं. उस समय वे पत्रकारों से बात कर रही थीं. एयरपोर्ट पर पानी छिड़क कर उन्हें होश में लाया गया. वह बार-बार कह रही हैं कि 'उसने मेरे बेटे को बहुत टॉर्चर किया. मेरे बुढ़ापे का सहारा चला गया.' इतना कह कर वह कई बार बेहोश हो जा चुकी हैं.
सिर्फ एक दिन के लिए ससुराल आयी थी निकिता
अतुल के फुफेरे चाचा श्रवण कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनके भतीजे की शादी मैरेज ब्यूरो के जरिये तय हुई थी. लड़की वाले जौनपुर के थे, ऐसे में बनारस से शादी करने का फैसला लिया गया था. 26 अप्रैल 2019 में बनारस के होटल हिंदुस्तान इंटरनेशनल में शादी हुई था. अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर है.
श्रवण अग्रवाल ने बताया कि शादी के बाद सिर्फ एक दिन के लिए निकिता समस्तीपुर के पूसा रोड स्थित घर में आयी थी. 27 अप्रैल 2019 को पूसा रोड में रहने के बाद अगले ही दिन अतुल और निकिता बेंगलुरु चले गए थे. वहां जाने के बाद दोनों का दांपत्य जीवन कभी सुखमय नहीं रहा. कुछ महीने बाद निकिता ने अतुल पर मुकदमा कर दिया. एक नहीं कई मुकदमे किये गये. इससे अतुल बेहद ज्यादा परेशान रहता था. आखिरकार उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया.
पूसा रोड में थे मां-पिता
9 दिसंबर की रात पवन मोदी अपने पूसा रोड स्थित घर पर थे. वहीं उन्हें जानकारी मिली कि बेटे ने बेंगलुरू में आत्महत्या कर लिया है. जैसे-तैसे पवन मोदी पत्नी अंजू मोदी को साथ लेकर 10 दिसंबर को बेंगलुरु पंहुचे. उनके साथ अतुल के छोटे भाई विकास मोदी, रिश्तेदार प्रकाश मोदी भी थे. सूरत से एक और रिश्तेदार रमेश मोदी भी बेंगलुरू पहुंचे.
बेंगलुरू पुलिस ने अतुल के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. परिवार के लोगों ने बेंगलुरु में ही अंत्येष्टि की. वहां से अस्थियां लेकर समस्तीपुर के पूसा रोड स्थित अपने घर लौटे हैं.
ससुराल वालों ने मेरे बेटे की जान ली
अतुल के पिता पवन मोदी ने रोते हुए कहा कि मेरे बेटे को आत्महत्या करने के लिए उसके ससुराल वालों ने मजबूर किया. हमें न्याय मिलना चाहिए. मेरा बेटा बेगुनाह था. वह 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर केस के सिलसिले में आ चुका था. एक धारा खत्म होती थी, तो उसकी पत्नी दूसरी लगा देती थी.
अतुल के पिता ने कहा कि उनका बेटा काफी तनाव में रहता था, लेकिन हमें कभी महसूस नहीं होने देता था. उन्होंने कहा कि उनके बेटे को काफी प्रताड़ित किया गया था. पवन मोदी ने कहा कि अतुल ने वीडियो में जो भी आरोप लगाए हैं, वह सौ फीसदी सच हैं. पुलिस तत्काल अतुल की पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई करे.
बहुत मेहनत कर बेटों को लायक बनाया था
दरअसल अतुल सुभाष का परिवार मूल रूप से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का निवासी थी. अतुल के पिता पवन मोदी के बचपन में ही माता-पिता का निधन हो गया था. पूसा रोड में रिश्ते के भाई निरंजन मोदी रहते थे. उन्होंने पवन मोदी को पूसा रोड बुलाया और सहारा दिया. बहुत मेहनत कर पवन मोदी ने अपना कारोबार खड़ा किया. अपने बेटों को लायक बनाने के लिए काफी मेहनत की. उनके दो बेटे अतुल सुभाष मोदी और विकास मोदी हैं.
अतुल ने पूसा रोड के पास ही गोल्डेन पब्लिक स्कूल से अपनी पढ़ाई शुरू की थी. बाद में वे उच्चतर पढ़ाई के लिए बाहर गये. पढ़ाई के बाद वे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बने और बेंगलुरु में काम करने लगे. अतुल के छोटे भाई विकास चार्टर एकाउंटेंट हैं.
बचपन से मेधावी थे अतुल
अतुल की पढ़ाई जिस स्कूल से हुई थी उसके प्रिंसिपल राकेश वर्मा ने बताया कि अतुल शुरू से मेधावी छात्र रहा. उसे पढ़ाई के अलावा और कुछ नहीं अच्छा लगता था. इस स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद अतुल ने 10वीं तक की पढ़ाई पूसा के सीपीएस स्कूल में की थी.
24 पन्ने का सुसाइड नोट
बता दें कि अतुल सुभाष ने मंगलवार को अपने बेंगलुरु स्थित आवास पर आत्महत्या कर ली थी. अतुल ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. अतुल सुभाष ने आत्महत्या करने से पहले 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा था. इसमें उसने पत्नी और उसके परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उसने लिखा था कि उसकी पत्नी ने 3 करोड़ रुपये की डिमांड की थी.
अतुल ने फैमिली कोर्ट की जज पर भी रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है- फैमिली कोर्ट की जज ने मुझसे केस को सेटल करने के लिए 5 लाख रुपये की डिमांड की थी. जब मैंने कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं है, तो उसने बोला था कि इतना तो कमाते ही होगे.
अतुल सुभाष ने यह भी लिखा था कि एक बार फैमिली कोर्ट की जज के सामने उसने कह दिया था कि ऐसे फर्जी आरोपों के चलते कई पुरुष आत्महत्या कर लेते हैं अतुल के मुताबिक तब उसकी पत्नी ने कहा था कि तुम्हें भी सुसाइड कर लेना चाहिए. एक घटना का जिक्र कर उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा है- कोर्ट के बाहर मेरी पत्नी की मां मुझसे मिली. उसने कहा कि तुमने आत्महत्या नहीं की. इस पर मैंने जवाब दिया कि अगर मैं मर गया, तो तुम लोगों की पार्टी कैसे चलेगी. मेरी सास ने कहा कि तेरे मरने के बाद तेरा बाप पैसे देगा.
आत्महत्या से पहले अतुल सुभाष ने अपना सुसाइड नोट ईमेल पर अपने दोस्तों को भेजा था. उसने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था, जिसमें अपनी आपबीती बयां की थी. ये वीडियो अतुल ने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया था. पुलिस जब अतुल के घर पर पहुंची थी तो वह फंदे से लटकते हुए मिले. अतुल के घर में पुलिस को एक तख्ती भी बरामद हुई, जिस पर लिखा था- न्याय अभी बाकी है. अतुल ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो को सबूत के तौर पर इस्तेमाल करने की भी मांग की है.
निकिता का परिवार नहीं दे रहा जवाब
अतुल सुभाष के आरोपों पर जवाब लेने के लिए मीडिया की टीम उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के घर पहुंची तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया. निकिता के परिवार ने उल्टा मीडियाकर्मियों को ही झूठे केस में फंसाने की धमकी दे दी.
ब्यूरो रिपोर्ट, फर्स्ट बिहार/झारखंड, पटना