PATNA: पटना में बीपीएससी(BPSC) अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज पर जिला प्रशासन की सफाई आई है। पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह(Patna DM Chandrashekhar Singh) ने कहा है कि छात्रों को उकसाने की कोशिश हो रही। इसके पीछे जिन लोगों की संलिप्तता है, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कुछ कोचिंग संस्थान के नाम बताए हैं, जो छात्रों को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं।
पटना डीएम ने कहा है कि गर्दनीबाग में कुछ लोगों द्वारा बीपीएससी की 13 दिसम्बर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। नेतृत्व करने वालों में से अधिकांश लोग गैर-परीक्षार्थी हैं। इन लोगों द्वारा आधारहीन अफवाह फैलाकर परीक्षार्थियों को उकसाने की कोशिश की जा रही है। इनके द्वारा मनमाने ढंग से आरोप-प्रत्यारोप कर लोगों को भड़काकर विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इसके पीछे कुछ कोचिंग संचालक भी शामिल हैं। जिनमें रमांशु क्लासेज के रमांशु कुमार, सुनामी जीएसगुरू सुजीत, ज्ञान बिन्दु जीएस क्लासेज के रौशन आनंद, तथाकथित छात्र नेता दिलिप कुमार, परफेक्सन जीएस के चंदन प्रिय एवं कौटिल्या जीएस के प्रवीण कुमार और प्रदीप कुमार, रोहित कुमार इत्यादि शामिल हैं। इसके साथ ही कुछ सोशल मीडिया हैण्डल्स द्वारा भी आधारहीन तथ्यों को तोड़-मरोड़कर अफ़वाह फैलाया जा रहा है।
डीएम ने कहा कि 23 दिसंबर को सायंकाल लगभग 5.15 बजे कुछ उपद्रवी तत्वों द्वारा गर्दनीबाग अस्पताल में घुसकर चिकित्सकों और स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार तथा तोड़-फोड़ की गई। 25 दिसंबर को निर्धारित धरना स्थल गर्दनीबाग से दूर नेहरू पथ पर बीपीएससी कार्यालय के निकट प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर प्रदर्शन करने लगे। वापस धरना स्थल पर जाने का बार-बार अनुरोध करने पर भी नहीं माने और कुछ लोग वहीं धरने पर बैठ गये, जिन्हें हल्का बल प्रयोग कर हटाया गया।
उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने, अफ़वाह फैलाने और लोगों को उकसाने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।