बिहार में पहले लोग दलितों के कंधे पर रखकर चलाते थे बंदूक, मैंने दलितों को दिया सम्मान

बिहार में पहले लोग दलितों के कंधे पर रखकर चलाते थे बंदूक, मैंने दलितों को दिया सम्मान

GAYA: अतरी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि लोग दलितों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाते थे. आपराधिक घटनाएं होती थीं. लेकिन हमने सभी को सम्मान दिया. आगे आने का मौका दिया. अब कोई भी अपना कंधा बंदूक चलाने के लिए नहीं देता है.  हमने तय किया क्राइम, करप्शन, कम्युनलिज्म को किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं करेंगे. 

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के लोगों ने हमें 2005 के नवंबर से काम करने का मौका दिया है. हमारा एक ही लक्ष्य है न्याय के साथ विकास करना है. हर तबके का विकास और हर क्षेत्र का विकास हो रहा है. हमने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है. 

बिहार में क्राइम कंट्रोल

नीतीश कुमार ने कहा कि अपराध पर नियंत्रण किया है. जो आंकड़े आए और बिहार इतनी बड़ी आबादी का राज्य होने के बाद भी 23वें स्थान पर है. मनोरमा देवी आज तक हमसे मिली हैं तो काम के लिए ही मिली हैं. कभी घर के काम के लिए नहीं मिलीं. हमेशा क्षेत्र के विकास के लिए ही सोचती हैं  इनको वोट देकर आपलोग जिताए. नीतीश कुमार ने कहा कि बिंदी यादव के जाने का दुख है. लेकिन मनोरमा देवी हैं. इलाके के विकास के लिए हमसे हमेशा मिलती रही हैं. अब बस सबको एकजुट होकर इनको जितवाना है ताकि अतरी का विकास होता रहे.