ARWAL: अरवल में लू से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिले में लू से अबतक 12 लोग मौत के शिकार हो चुके हैं जबकि सैकड़ों लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है। मौसम विभाग की तरफ से लू को लेकर जारी अलर्ट के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर ऐसे मरीजों के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं। इस बीच बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था ने स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के दावे की पोल भी खोलकर रख दी है। अरवल सदर अस्पताल में बने लू वार्ड में ताला लटक रहा है और मरीजों को बेड तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिससे फर्श पर ही उन्हें अपना इलाज कराना पड़ रहा है।
दरअसल, अरवल में लू लगने से अबतक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग बीमार हो रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने से व्यवस्था चरमरा गई है। मरीजों को इलाज कराने के लिए बेड तक नसीब नहीं हो रहा है। गर्मी के मौसम शुरू होते ही सदर अस्पताल में 10 बेड का लू वार्ड बनाया गया था। जिसमें AC भी लगा है। हिट वेब के शिकार होकर बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं। अभी तक लू वार्ड का ताला अस्पताल प्रशासन ने नहीं खोला है और ना हीं आज तक लू वार्ड में एक भी मरीज भर्ती किया गाय है। इमरजेंसी वार्ड का भी एसी खराब है, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लू लगने से 12 लोगों की मौत के बावजूद अस्पताल प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है हालांकि परिजन लू लगने से मौत की बात कहते हैं। परिजन भी बिना पोस्टमार्टम कराए शव को लेकर चले जा रहे हैं। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल बेहाल है। पिछले 4 दिनों से मरीजों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली को उजागर कर दिया है। सदर अस्पताल में बेड की कमी के कारण फर्श पर ही लिटाकर गंभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन सफाई देती है कि मरीजों की संख्या बढ़ने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद तेजस्वी यादव ने लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के साथ ही स्वास्थ्य सेवा की बदहाली को दूर करने का दावा किया था।