ARWAL: बिहार में शराबबंदी लागू हुए करीब 8 साल हो गये लेकिन आज भी धंधेबाज अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इस धंधे में इतना पैसा है जितना किसी धंधे में नहीं है यह बात शराब तस्करों को भली भांति मालूम है। अब तो दिव्यांग भी इस धंधे में कूद पड़े हैं। अरवल पुलिस ने एक ऐसे ही दिव्यांग को पकड़ा है जो शराब की तस्करी अपनी ट्राईसाइकिल से करता था।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अरवल में विशेष वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। रामपुर चौरम थाने के पुलिस वाहन जांच कर रही थी तभी एक दिव्यांग शराब तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दिव्यांग समझ सरकार ने जिस ट्राईसाइकिल उसे उपलब्ध कराया उसी से वो शराब की तस्करी करता था। ट्राईसाइकिल से 30 लीटर देसी शराब बरामद किया गया है वही दिव्यांग को भी गिरफ्तार किया गया है।
ट्राईसाइकिल से शराब बरामद होने से पुलिस भी हैरान रह गयी। दिव्यांग समझ पुलिस ट्राईसाइकिल की तलाशी नहीं लेती थी लेकिन रामपुर चौरम थानाध्यक्ष सिंटू कुमार को इस बात की गुप्त सूचना मिली थी एक दिव्यांग ट्राईसाइकिल से शराब की तस्करी करता है। वो शराब की खेप लेकर जा रहा है। इस बात पर पहले तो पुलिस को भरोसा नहीं हुआ लेकिन जब दिव्यांग को पकड़ा और उसके ट्राईसाइकिल से 30 लीटर देसी शराब बरामद हुआ तब पुलिस भी हैरान रह गयी।
पुलिस ने बारानाथू गांव के पास सघन वाहन जांच चलाकर दिव्यांग के ट्राईसाइकिल को रोका और जब उसकी तलाशी ली तब उसमें से शराब बरामद किया गया। पुलिस ने दिव्यांग को गिरफ्तार कर थाने लेकर पहुंची जहां उससे पूछताछ की जा रही है। उसके अन्य साथियों का भी पता लगाने में पुलिस जुटी है। गिरफ्तार दिव्यांग शराब तस्कर की पहचान अलावलचक गांव निवासी मृत्युंजय कुमार के रूप में हुई है। शराब कारोबारी के खिलाफ शराब अधिनियम का मामला दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है।