PATNA : बलात्कारी विधायकों पर लालू परिवार की जुबान बंद हो जाती है, पहले राजबल्लभ यादव और अब अरुण यादव। लालू परिवार का किस्सा भी बड़ा अजीब है, जब महागठबंधन की सरकार थी तो सत्ता में बैठकर राजबल्लभ यादव के ऊपर लगे बलात्कार के आरोपों पर चुप्पी साधे रखी और अब विपक्ष में है तब भी अरुण यादव के ऊपर लगे आरोपों पर जुबान बंद है।
आरा के संदेश से आरजेडी के विधायक अरुण यादव पर गंभीर आरोप लगे हैं। सेक्स रैकेट से छुड़ाई गई एक नाबालिग बच्ची ने विधायक पर आरोप लगाया है कि अरुण यादव के सरकारी बंगले पर उसके साथ गलत काम हुआ। पीड़िता का बयान 164 के तहत दर्ज हो चुका है। लगभग 2 महीने की देरी के बाद विधायक के खिलाफ मामला दर्ज होने पर पुलिस गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है लेकिन लालू परिवार है कि उसे इस मामले की जानकारी तक नहीं।
अरुण यादव पर सवाल पूछने के साथ तेजस्वी पल्ला झाड़ लेते हैं। अपने विधायक पर लग रहे गंभीर आरोपों को लेकर तेजस्वी यह कहते हुए आगे बढ़ जाते हैं कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं। तेजस्वी और लालू परिवार की चुप्पी बहुत कुछ कहती है। कभी राजबल्लभ यादव लालू परिवार के खासमखास हुआ करते थे और अरुण यादव की गिनती भी इन्हीं करीबियों में की जाती है। जाहिर है जब मामला अपने किसी खासमखास का हो तो जवाब देने की बजाए चुप्पी का ही रास्ता बचता है।
पटना से गणेश सम्राट की रिपोर्ट