BEGUSARAI : बिहार सरकार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा के खिलाफ चल रहे आर्म्स एक्ट के मामले में एमपी एमएलए न्यायालय के विशेष न्यायाधीश मुंशीलाल गौतम के न्यायालय में जजमेंट नहीं सुनाया गया है। दरसअल, एमपी एमएलए न्यायालय के विशेष न्यायाधीश मुंशीलाल गौतम का दूसरे जिला में तबादला किया गया है जिस कारण विशेष न्यायाधीश ने पूर्व मंत्री मंजू वर्मा मामले में जजमेंट नहीं सुनाई है।
बता दें कि, मुजफ्फरपुर बालिका गृह जांच के दौरान सीबीआइ के डीएसपी ने मंजू वर्मा के घर में रखी पेटी से 50 जिंदा कारतूस जब्त किया था। जिसके बाद इस कारतूस को सीबीआई की टीम द्वारा चेरिया बरियारपुर पुलिस थाने को सुपुर्द कर दिया गया। वहीं,इसी थाने में बिहार सरकार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला 143/2018 दर्ज कराया था। अब इसी मामले को लेकर अदालत में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा एवं उनके पति चंद्रशेखर वर्मा भी उपस्थित थे। लेकिन, इस जजमेंट को टाल दिया गया गया।
जानकारी हो कि, मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा के मामले में जजमेंट नहीं होने की मुख्य वजह एमपी एमएलए न्यायालय के विशेष न्यायाधीश मुंशीलाल गौतम का दूसरे जिला में तबादले के बाद अब तक इस मामले में किन्हीं का विशेष न्यायाधीश के रूप में पदस्थापना नहीं होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, अब यह मामला तब तक लंबित चलेगा जबतक एमपी एमएलए न्यायालय में किन्हीं विशेष न्यायाधीश का पदस्थापना नहीं हो जाता है। हालांकि मुकदमा जजमेंट पर निश्चित रहने के कारण आज पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा न्यायालय में सदेह हाजिर हुए थे। अगली सुनवाई 16 जनवरी 2023 को रखी गई है।
गौरतलब हो कि, जेडीयू नेत्री मंजू वर्मा जब बिहार सरकार में समाज कल्याण विभाग की मंत्री थीं। तभी,इनकी नाक के नीचे बालिका गृह कांड घटित हुआ था, जहां 34 लड़कियों के साथ रेप की घटना घटी थी। इस कांड के उजागर होने के बाद मंजू वर्मा पर इस्तीफे का दबाव बना और आखिरकार उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना भी पड़ा था। इस पूरे मामले में कथित रूप से मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के भी शामिल होने की बात सामने आई थी।