अररिया में मुंह में कपड़ा डालकर नाबालिग के साथ गैंगरेप, हैवानों ने बच्ची को रेड लाइट एरिया में बेचा

अररिया में मुंह में कपड़ा डालकर नाबालिग के साथ गैंगरेप, हैवानों ने बच्ची को रेड लाइट एरिया में बेचा

ARARIA : बिहार में महिलाओं के साथ बढ़ती आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. सूबे में दिल दहला देने वाली एक ऐसी वारदात नाबालिग बच्ची के साथ हुई है. जिसने पुलिस की नींद उड़ा दी है. वारदात अररिया जिले की है. जहां दरिंदों ने एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसे रेड लाइट एरिया में बेच दिया. पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है. 


बच्ची को रेड लाइट एरिया में बेचा
वारदात अररिया शहर के गधाकाट चौक की है. जहां बीमार नानी के लिए दवा लाने गई एक नाबालिग बच्ची के साथ तीन हैवानों ने गैंगरेप की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया. वारदात के बाद दरिंदों ने बच्ची को खगड़िया ले जाकर रेड लाइट एरिया में बेच दिया गया. वारदात बीते 28 नवंबर की है. इस वारदात का खुलासा तब हुआ जब बच्ची रेड लाइट एरिया से भागकर पुलिस के पहुंची. 


मुख्य आरोपी के ऊपर पहले से रेप और लड़कियों के अपहरण के मामले दर्ज
पुलिस पदाधिकारी के मुताबिक दवा लेने गई नाबालिग बच्ची के साथ हैवानों ने पहले दरिंदगी की और फिर उसे  बेहोश कर नेपाल के रास्ते वाया जोगबनी होते हुए खगड़िया ले जाकर रेड लाइट एरिया में बेच दिया. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी की पहचान गधाकाट चौक के रहने वाले शहादत के बेटे मुमताज के रूप में की गई है. जो एक चौक पर बाइक का गैरेज चलाता है. इसके ऊपर पहले भी रेप और लड़कियों के अपहरण के कई मामले दर्ज हैं.

तीन बदमाशों ने की दरिंदगी
पीड़िता ने बताया कि उसे गैरेज में बैठाकर रखा गया था. उसके बाद दो लोग मास्क पहनकर आये और मुमताज के साथ उसे लेकर सुनसान जगह पर चले गए. जहां उन्होंने बच्ची के मुंह में उन्होंने कपड़ा डाल दिया. फिर तीनों बदमाशों ने उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया. उन्होंने बच्ची के साथ मारपीट भी की. जिसके कारण बच्ची बेहोश हो गई. फिर उसे ट्रेन से खगड़िया लेकर चले गये. खगड़िया पहुंचते ही मुख्य आरोपी मुमताज ने किसी को फोन किया और तभी कुछ देर में वहां एक कार आ गई . पीड़िता को कार में बिठाकर सभी उसे तय ठिकाने पर लेकर चले गये.


रेड लाइट एरिया से एक लड़की ने भागने में मदद की
बच्ची ने बताया कि रेड लाइट एरिया पहुंचने पर उसे नशे की सुई लगा दी गई. उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया. उसके पास एक अंजान लड़की थी. उसी ने पीड़िता को बताया कि कुछ लोग आये थे और उसे रेड लाइट एरिया में बेचकर चले गये हैं. इसके बाद तीन दिनों तक उसके साथ दर्जनों लोगों ने दुष्कर्म किया. वहां मौजूद एक अन्य लड़की ने उसे खिड़की से भागने में मदद की. हिम्मत जुटाकर वहां से भाग निकलने के बाद बच्ची पुलिस के पास पहुंची. जहां इस घिनौने वारदात का खुलासा हुआ.