अररिया कांड को लेकर घिरी नीतीश सरकार, रालोसपा और हम ने भी साधा निशाना

अररिया कांड को लेकर घिरी नीतीश सरकार, रालोसपा और हम ने भी साधा निशाना

PATNA : अररिया कांड में आरोप झेल रहे कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार पर एक्शन नहीं होने के मामले में अब नीतीश सरकार की साख गिरती जा रही है किसी सरकार के ऊपर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ-साथ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी हमला बोला है रालोसपा प्रवक्ता अभिषेक झा और हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने सरकार पर हमला बोला है।


राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) प्रवक्ता अभिषेक झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा है कि यह कौन सा न्याय है? आरोप सरेआम साबित होता है और अफसरशाही के किस दबाव में आप हैं की आप कोई कारवाई नहीं करते हैं उल्टा उसे प्रमोशन दे देते हैं ताकि ऐसे लोगों का मनोबल और बढ़ जाए।उन्होनें कहा कि आपको और आपकी सरकार को जनता को बताना चाहिए कि आपकी ऐसी कौन सी मजबूरी है जो आपको लोकतंत्र की हत्या कर देने पर भी विवश करती जा रही है।रालोसपा की यह मांग है  कि सरकार अविलंब उस पदाधिकारी की प्रोन्नति रद्द कर उचित कार्रवाई करे ताकि आम जनता का न्याय पर और भारत के संविधान पर भरोसा कायम रह सके।


वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश सरकार को दोहरा चरित्र उजागर हो गया है। सरकार को जिस अधिकारी पर कार्रवाई करनी चाहिए थी उसे प्रमोशन दे दिया। उन्होनें कहा कि अधिकारियों के आगे नीतीश सरकार नतमस्तक है।सरकार में अफसरशाही हावी है। पुलिस के डीजीपी अपने दोषी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई कर देते हैं लेकिन सरकार अपने अधिकारी को प्रमोशन देकर और सिर आंखों पर बिठा रही है। इससे पुलिस विभाग का मनोबल भी टूटेगा।


बता दें कि शनिवार की देर शाम नीतीश सरकार ने अधिसूचना निकाली जिसमें गंभीर आरोपों में घिरे अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को पुरस्कृत कर दिया गया। मनोज कुमार को अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी पद से हटाकर कृषि विभाग में उप निदेशक बना गया है।  सरकार ने किशनगंज के जिला कृषि पदाधिकारी संतलाल प्रसाद साह को अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी का चार्ज दे दिया है।


दरअसल कुछ दिन पहले अररिया की तस्वीरें पूरे देश में वायरल हो गयी थीं। अररिया में अपनी चार पहिये गाड़ी से जा रहे कृषि पदाधिकारी को सड़क पर तैनात पुलिस के जवानों से रोका था। इसके बाद सत्ता मद में बौराये कृषि पदाधिकारी ने सार्वजनिक तौर पर गाड़ी रोकने वाले चौकीदार से कान पकड़ कर उठक बैठक करवायी थी। इस वाकये का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया था।