अपने घर को नहीं संभाल पाये बिहार के विवादित शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर: बीजेपी देने जा रही है करारा झटका

अपने घर को नहीं संभाल पाये बिहार के विवादित शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर: बीजेपी देने जा रही है करारा झटका

PATNA: तेजस्वी यादव के करीबी और बिहार के विवादित शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अपने घर को ही नहीं संभाल पाये. बीजेपी ने उनके घर में सेंधमारी कर दी है. रामचरित मानस से लेकर हिन्दू धर्म पर लगातार आपत्तिजनक बयान देने वाले चंद्रशेखर अपने घर के लोगों को ही समझा नहीं पाये. अब उन्हें अपने घर से ही चुनौती मिलेगी.


बीजेपी में शामिल होंगे चंद्रशेखर के भाई

दरअसल खबर ये आ रही है कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के अपने सगे भाई बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक चंद्रशेखर के बड़े भाई रामचंद्र प्रसाद यादव बीजेपी का दामन थामेंगे. 24 जून को बिहार के झंझारपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा की रैली होने जा रही है. उसी दौरान रामचंद्र प्रसाद यादव बीजेपी में शामिल होंगे. 


बता दें कि चंद्रशेखर के बड़े भाई दिल्ली में सत्यवती कॉलेज में प्रोफेसर थे. वे हाल में ही सेवा से रिटायर हुए हैं. उसके बाद उन्होंने बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर भाजपा में शामिल होने की इच्छा जतायी थी. भाजपा नेताओं ने उन्हें पार्टी में शामिल कराने का फैसला ले लिया है. उन्हें 24 जून को झंझारपुर में जेपी नड्डी की रैली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करायी जायेगी. 


दरअसल भाजपा को कोसी क्षेत्र में यादव बिरादरी से आने वाले नेताओं की कमी खल रही है. कोसी क्षेत्र में यादव जाति का कोई कद्दावर नेता फिलहाल बीजेपी में नहीं है. ऐसे में रामचंद्र प्रसाद यादव को पार्टी में शामिल कराने को लेकर भाजपा आशान्वित है. भाजपा सूत्रों के मुताबिक अगले विधानसभा चुनाव में रामचंद्र प्रसाद यादव को मधेपुरा विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ाया जा सकता है. इसी सीट से उनके भाई चंद्रशेखर विधायक हैं. 


मधेपुरा में चंद्रशेखर और उनके भाई रामचंद्र यादव के बीच सियासी लडाई दिलचस्प हो सकती है. दिल्ली में प्रोफेसर रहे रामचंद्र यादव मधेपुरा में प्रतिष्ठित व्यक्ति के तौर पर जाने जाते हैं. उनकी छवि अपने भाई चंद्रशेखर से उलट रही है. बता दें कि चंद्रशेखर की पहचान पप्पू यादव के शिष्य के तौर पर रही है. वे पप्पू यादव के बैनर तले चुनाव भी लड़ चुके हैं. बाद में उन्होंने राजद का दामन थामा था. पप्पू यादव की काट तलाशने में लगे लालू फैमिली ने चंद्रशेखर को इसलिए भी ज्यादा तवज्जो दी ताकि वे पप्पू यादव को मधेपुरा में डैमेज कर सकें.