GAYA: शहर का बड़ा अस्पताल अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज गुरुवार को रणक्षेत्र बन गया. मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच जमकर मारपीट हुई. इस घटना में अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को नुकसान पहुंचा है जबकि बताया जा रहा है कि डॉक्टरों ने मरीज के परिजनों की जमकर पिटाई कर दी. इस मामले में मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
धरती के भगवान या फिर धरती के गुंडे
जिले का सबसे बड़ा अस्पताल अनुग्रह नारायण सिंह इन दिनों अपनी कारगुजारियों के चलते सुर्खियों में बना हुआ है. अभी पिछले ही दिनों हाईड्रोसील का ऑपरेशन कराने आए एक शख्स की डॉक्टरों ने हाईड्रोसील का ऑपरेशन करने की बजाए उसके दाएं पैर का ऑपरेशन कर दिया. इतना ही नहीं डॉक्टरों ने उसके पैर में रॉड भी डाल दिए. इस भीषण भूल के बाद भी अस्पताल के डॉक्टर नहीं संभले और बुधवार को अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज के साथ भी डॉक्टरों ने लापरवाही दिखाई जिसके चलते महिला की जान चली गई.
बुजुर्ग महिला को कराया था भर्ती
दरअसल जिले के फतेहपुर प्रखंड के फतेहपुर गांव से बुधवार को एक युवक अपनी बुजुर्ग मां को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन देर रात उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. जब इस बात की जानकारी डॉक्टरों को दी गई तो डॉक्टरों ने मरीज को 11 इंजेक्शन एक साथ ही दे दिए. इंजेक्शन देने के कुछ ही देर बाद बुजुर्ग महिला की मौत हो गई.
डॉक्टरों से हुई बहस
महिला की मौत होते ही उसके रिश्तेदार की वहां मौजूद डॉक्टरों से बहस हो गई. फिर क्या था. अस्पताल के जूनियर डॉक्टर महिला के परिजनों पर टूट पड़े और उनकी जमकर पिटाई कर दी. डॉक्टरों की गुंडागर्दी के चलते महिला का एक परिजन गंभीर रुप से घायल हो गया. घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह चुप है और इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और घटना की असलियत का पता लगाने में जुटी है.
गया से पंकज कुमार की रिपोर्ट