तेजस्वी की तरकीब काम कर गई, शाह ने भी मान लिया विपक्ष का नेता

तेजस्वी की तरकीब काम कर गई, शाह ने भी मान लिया विपक्ष का नेता

PATNA: अमित शाह की वर्चुअल रैली के मुकाबले अपनी पार्टी की तरफ से गरीब अधिकार दिवस मनाने का एलान करने वाले तेजस्वी यादव की तरकीब काम कर गई है. तेजस्वी यादव ने 9 जून को आयोजित होने वाली अमित शाह की रैली का तारीख बदलते ही आरजेडी के कार्यक्रम की भी तारीख बदल दी थी. जैसी लगातार यह मैसेज देना चाहते थे कि वह अमित शाह से लोहा लेने को तैयार है अब खुद बीजेपी की वर्चुअल रैली के मंच से शाह ने भी इस पर मुहर लगा दी है.

मेरे स्वागत में बजायी थाली

अमित शाह ने वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए यह कबूल कर लिया है कि बिहार में विपक्ष का चेहरा तेजस्वी है ताकि निशाने पर तेजस्वी नजर आए हैं. उन्होंने बिहार में आरजेडी की तरफ से ताली बजाने और को लेकर तेजस्वी पर निशाना साधा है. कहा है कि बिहार में कुछ लोगों ने मेरी वर्चुअल रैली को लेकर थाली बजाई है. शाह ने कहा है कि देर से ही सही कम से कम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात बिहार में विपक्ष के नेता को समझ में आ गई है.

तेजस्वी पर कंसा तंज

इतना ही नहीं अमित शाह ने तेजस्वी का नाम लिए बगैर उन के दिल्ली प्रवास पर तंज कसा है और कहा कि कुछ लोगों को दिल्ली में मौज मस्ती करने से फुर्सत नहीं है. लेकिन फिर भी राजनीति के लिए वह सामने आ जाते हैं. शाह ने कहा कि वर्चुअल रैली बिहार में बीजेपी के चुनाव अभियान की शुरुआत नहीं है. बल्कि  संवाद कार्यक्रम है. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हम कोरोना संकट में लोगों से संवाद स्थापित करना चाहते थे ना कि चुनाव के अभियान की शुरुआत.


केंद्र की योजनाओं को गिनाया

शाह ने कहा कि 2014 में मोदी जी ने कहा था कि भारत का विकास जो अब तक चला उसमें पश्चिमी भारत और पूर्वी भारत के विकास में बहुत बड़ा अंतर है. आजादी के समय जीडीपी के अंदर पूर्वी भारत का योगदान बहुत ज्यादा होता था. लेकिन आजादी के बाद से जिस प्रकार से सरकारें चली उन्होंने पूर्वी भारत के विकास से मुंह मोड़ लिया था और परिणाम ये आया कि पूर्वी भारत पिछड़ता गया. मोदी जी ने छह साल के अंदर करोड़ों गरीबों के जीवन में प्रकाश लाने का एक प्रयास किया है जिसका सबसे बड़ा फायदा अगर किसी को हुआ है तो वो मेरे पूर्वी भारत के लोगों को हुआ है. आवास, बिजली, बैंक खाते, स्वास्थ्य सेवाएं, गैस सिलेंडर, शौचालय, ये सब तो मोदी सरकार 2014-2019 तक के कार्यकाल में ही दे चुकी थी. 2019 में मोदी जी ने जल शक्ति मंत्रालय गठित करके देश के 25 करोड़ लोगों के घर में नल से शुद्ध जल पहुंचाने की योजना शुरु की.