DELHI : नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर यानि एनपीआर को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मान ली है. अमित शाह ने खुद राज्यसभा में ऐलान कर दिया है कि एनपीआर तैयार करते वक्त किसी से भी कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा. कहांहै कि एनपीआर के दौरान किसी के नाम के आगे संदिग्ध भी नहीं लिखा जाएगा. राज्यसभा में चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने इस बात का भरोसा दिया.
एनपीआर को लेकर नीतीश कुमार ने इन्हीं बिंदुओं पर सवाल उठाए थे. बाद में नेशनल पऑपुलेशन रजिस्टर को लेकर बिहार विधानसभा से एक प्रस्ताव भी पारित किया गया था जिसमें यह मांग की गई थी कि बिहार के अंदर पुराने फॉर्मेट के तहत ही एनपीआर कराया जाए. हालांकि पुराने फॉर्मेट पर एनपीआर कराने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है माना जा रहा है कि देश के अंदर एनपीआर नए फॉर्मेट के साथ ही लागू किया जाएगा
बिहार में अगर नए फॉर्मेट के साथ एनपीआर लागू भी किया गया तब भी नीतीश कुमार इसे अपनी जीत मान सकते हैं. बिहार चुनाव के पहले नीतीश कुमार ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर में जिन आशंकाओं को लेकर सवाल खड़े किए थे उस पर अमित शाह ने बहुत हद तक स्थिति स्पष्ट कर दी है लेकिन एक बात देखना दिलचस्प होगा कि क्या एनपीआर से विवादित पॉइंट्स को हटाया जाता है जिनको नहीं रखने की मांग नीतीश कुमार ने की थी.