शाह का बिहार से किनारा, मिशन बंगाल पर निकलने वाले हैं

शाह का बिहार से किनारा, मिशन बंगाल पर निकलने वाले हैं

PATNA : बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम बड़े नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी हो लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने अब तक बिहार चुनाव से दूरी बनाकर रखा हुआ है। शाह ने बिहार में अब तक के चुनाव प्रचार नहीं किया है लेकिन वह मिशन बंगाल पर निकलने वाले हैं। बीजेपी के लिए मिशन बिहार को छोड़कर बंगाल कूच करने वाले अमित शाह की नजर 6 महीने बाद पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव पर टिकी हुई है और इसी लिए आगामी 6 नवंबर को वह पश्चिम बंगाल के दौरे पर जा रहे हैं। 


बिहार चुनाव को लेकर अमित शाह ने ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर मुहर लगाई थी। सबसे पहले अमित शाह ने ऐलान किया था कि बिहार में एनडीए का चेहरा नीतीश कुमार होंगे लेकिन हैरत की बात यह है कि अमित शाह ने अब तक बिहार में एक ही चुनावी जनसभा को संबोधित नहीं किया है। अमित शाह की बिहार से यह दूरी लगातार सियासी गलियारे में चर्चा का कारण बनी हुई है। बिहार में आतंकवाद और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दे को लेकर बीजेपी को जनता का मूड फायदेमंद नहीं लग रहा है और शायद यही वजह है कि शाह ने अब तक यहां चुनाव प्रचार नहीं किया है। प्रधानमंत्री खुद राष्ट्रवाद और आतंकवाद के मुद्दे से हटकर लालू परिवार के ऊपर निशाना साधते नजर आ रहे हैं लेकिन 6 महीने बाद पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव को देखते हुए शाह अभी से वहां राष्ट्रवाद और आतंकवाद को मुद्दा बनाने के मिशन पर निकलने वाले हैं। अमिता को ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल में अगर अभी से बीजेपी राष्ट्रवाद को एजेंडा बनाकर आगे बढ़ती है तो उसे मिशन बंगाल में सफलता मिलेगी खास तौर पर पुलवामा अटैक को लेकर पाकिस्तान के कबूल ना में के बाद अब बीजेपी को बंगाल में बड़ा सियासी मुद्दा मिल गया है। पुलवामा अटैक के बाद पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और तृणमूल समेत अन्य दलों ने जिस तरह सवाल खड़े किए थे शाह उसी का जवाब देने बंगाल जाने वाले हैं। 


बिहार चुनाव में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है लेकिन इसके बावजूद पार्टी को यह मालूम है कि अगर यह सरकार बनी तो नेतृत्व नीतीश कुमार के हाथ में होगा। लेकिन पश्चिम बंगाल के मोर्चे पर अगर बीजेपी को सफलता मिलती है तो यहां नेतृत्व उसके अपने चेहरे के पास होगा और यही वजह है कि शाह ने अभी से पश्चिम बंगाल मिशन पर फोकस कर दिया है। अमित शाह 5 नवंबर को 2 दिन के दौरे पर पश्चिम बंगाल जाने वाले हैं। ना केवल कार्यकर्ताओं के साथ बैठक बल्कि शाह सभाओं को भी संबोधित करेंगे। पिछले दिनों तबीयत खराब होने के कारण शाह का बंगाल दौरा टलता हुआ दिख रहा था और उनकी जगह 6 नवंबर को जेपी नड्डा जाने वाले थे लेकिन अब बताया जा रहा है कि अमित शाह बिल्कुल स्वस्थ है और वही बंगाल का मिशन संभालेंगे।