अमित शाह को बार-बार आयी तेजस्वी यादव की याद, 50 मिनट के भाषण में आधा दर्जन दफे जिक्र, नीतीश की ताजपोशी का फिर किया एलान

अमित शाह को बार-बार आयी तेजस्वी यादव की याद, 50 मिनट के भाषण में आधा दर्जन दफे जिक्र, नीतीश की ताजपोशी का फिर किया एलान

PATNA : बिहार चुनाव की तैयारियों का शंखनाद करने आज जब अमित शाह वर्चुअल रैली करने मैदान में उतरे तो उन्हें आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव की बार-बार याद आयी. अमित शाह ने नीतीश कुमार और सुशील मोदी से ज्यादा जिक्र तेजस्वी यादव का किया. केंद्रीय गृह मंत्री ने आंकड़े गिनाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने बिहार के लिए खजाना खोल दिया है. नरेंद्र मोदी ने जिस सवा लाख करोड के पैकेज का एलान किया था उसे पूरा कर दिया है.


भाषण की शुरूआत में ही तेजस्वी यादव का जिक्र
बीजेपी ने अमित शाह की वर्चुअल या फिर कहें डिजिटल रैली का नाम दिया था जनसंवाद. यानि जनता से संवाद. इस जनसंवाद में जब अमित शाह भाषण करने आये तो सबसे पहले ये सफाई देने में ही लगे कि ये सियासी रैली नहीं है. इसका बिहार चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. वे तो जनता का दुख-दर्द बांटने आये हैं. लेकिन उसके ठीक बाद तेजस्वी यादव का जिक्र किया. अमित शाह ने कहा “आज जब मैं वर्चुअल रैली करने वाला था तो कुछ लोगों ने थाली बजाकर इस रैली का स्वागत किया. मुझे अच्छा लगा कि देर से ही सही उन पर मोदी जी की अपील का असर पड़ा है और उन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए थाली बजायी.”


केंद्रीय गृह मंत्री के भाषण में कुछ देर कोरोना से उत्पन्न संकट और मोदी सरकार के काम का जिक्र हुआ. बात फिर से तेजस्वी यादव पर आ गयी. अमित शाह बोले “जो वक्रद्रष्टा लोग हमारी रैली पर पर राजनीति कर रहे हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं. किसने रोका है आपको. दिल्ली में बैठकर मौज करने के बजाय पटना से दरभंगा तक वर्चुअल रैली ही कर लेते. किसी ने रोका तो नहीं है.”


अमित शाह तेजस्वी यादव का नाम लिये बगैर लगातार हमला करते रहे. उन्होंने कहा कि देश जब कोरोना से लड़ रहा था तो राजनीति वाले लोग कहां थे. बिहार में या दिल्ली में.  केंद्रीय गृह मंत्री ने परिवारवाद को लेकर भी तेजस्वी प्रसाद यादव पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वे केंद्र और बिहार सरकार पर अंगुली उठाने वाले परिवारवादी लोगों से कहना चाहेंगे कि वैसे लोग आइना में अपना चेहरा देख लें.


शाह ने कहा- नीतीश ही फिर से बनेंगे मुख्यमंत्री
अमित शाह ने कहा कि उनकी रैली चुनावी रैली नहीं है लेकिन बिहार में जब अगला चुनाव होगा तो नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो-तिहाई बहुमत की सरकार बनेगी. यानि अमित शाह ने एक बार फिर क्लीयर कर दिया कि बिहार में नीतीश कुमार ही एनडीए की ओर से सीएम पद के दावेदार होंगे. गौरतलब है कि एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान के बयानों से बिहार में सीएम पद की दावेदारी पर फिर से बहस छिड़ गयी थी. अमित शाह ने उसे एक बार फिर क्लीयर कर दिया.


नीतीश कुमार- सुशील मोदी प्रचार करने में कच्चे हैं
अमित शाह ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार और सुशील मोदी की सरकार बेहतरीन काम कर रही है. कोरोना संकट के समय इस सरकार ने बेहतरीन काम किया है लेकिन नीतीश कुमार और सुशील मोदी अपने काम का प्रचार करने में थोड़ा कच्चे हैं. वे थाली नहीं बजाते बल्कि चुपचाप अपना काम करने में भरोसा रखते हैं.


नरेंद्र मोदी ने पूरा कर दिया सवा लाख करोड के पैकेज का वादा
अमिक शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी जो कहते हैं वही करते हैं. उन्होंने बिहार के लिए सवा लाख करोड़ रूपये के पैकेज का एलान किया था. केंद्र सरकार ने बिहार के विकास  पर सवा लाख करोड़ रूपये खर्च कर दिये हैं. अमित शाह ने इसका पूरा ब्योरा दिया. इसमें बरौनी रिफायनरी से लेकर सड़क निर्माण और पटना एयरपोर्ट के विकास का काम शामिल है. उन्होंने कहा कि कोरोना के काल में नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में 20 लाख करोड के पैकेज का एलान किया है. बिहार को इसका बड़ा हिस्सा मिलने जा रहा है.


कोरोना संकट में बिहार के लोगों को दिये 11 हजार 744 करोड़
अमित शाह ने दावा किया कि कोरोना संकट के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बिहार के लिए खजाना खोल दिया. बिहार के लोगों के पास केंद्र सरकार ने सीधे 11 हजार 744 करोड़ रूपये की मदद पहुंचायी. 2 करोड़ 38 लाख लोगों के जन धन खाते में 3545 करोड़ रूपये भेजे गये. 36 लाख लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत 364 करोड रूपये दिये. 84 लाख लोगों को उज्जवला योजना के तहत 620 करोड़ की मदद दी. इन सबके अलावा पीडीएस के जरिये बिहार के लोगों को 6 हजार करोड रूपये का मुफ्त अनाज दिया. कुल मिलाकर केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के बीच बिहार के लोगों के पास डायरेक्ट 11 हजार 744 रूपये की मदद पहुंचायी.